पत्रकार प्रशांत कनोजिया की गिरफ़्तारी के बाद एक बार फिर उत्तर प्रदेश की पुलिस अपनी कार्यवाही के चलते विवादों में है. उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती 2013 की परीक्षा में पास होने के बावजूद जिन लोगों को नौकरी नहीं मिली वो योगी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया. लोगों का आरोप है कि पुलिस ने उनको अभद्र गलियां भी दी हैं.

परीक्षा में पास उम्मीदवार जब पुलिस भर्ती बोर्ड के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. तभी उन लोगों पर पुलिस ने लाठियां बरसा दी. आरोप है कि उन लोगों को भी पीटा गया जिनका प्रदर्शन से कोई लेना-देना नहीं था.

ANI को बताते हुए एक महिला ने कहा कि “लड़कियों को यहाँ के SP साहब गालियां दे रहे हैं”. पुलिस का कहना है कि ट्रैफिक रोकने के कारण उन्हें प्रदर्शनकारियों पर लाठी-चार्ज करना पड़ा.

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आपको बता दें कि जिन उम्मीदवारों ने उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती 2013 की परीक्षा पास करली थी, उन्हें नौकरी नहीं मिली थी. इस परीक्षा में गड़बड़ी सामने आने की वजह से पिछली सरकार ने इस भर्ती पर रोक लगा दी थी. इसी बात से परेशान इन लोगों ने योगी सरकार के खिलाफ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया.

इससे पहले उन्होनें मई महीने में भी विरोध प्रदर्शन किया था. उम्मीदवारों का कहना है कि वो 6 साल से पुलिस में भर्ती का इंतज़ार कर रहे हैं. कुछ लोगों ने तो आत्महत्या करने की धमकी भी दी थी.

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इसी मामले पर अपनी राय रखते हुए बसपा प्रवक्ता सुधींद्र भदौरिया ने लिखा “क्या इस रामराज्य के लिए भाजपा ने वोट लिया था।”

दोबारा सत्ता में आयी भाजपा सरकार को लोगों ने यकीनन इसलिए वोट डाला होगा ताकि वो उनके मसले सुलझा सके. यहाँ तक कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार से भी लोगों को यही उम्मीद होगी. लेकिन मामले को सुलझाने के बजाए सवाल करने वालों को ही या तो जेल में डाल दिया जा रहा है या उनपर लाठियां चलाई जा रही है.

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