भारत के पड़ोसी मुल्क अफगानिस्तान पर तालिबान द्वारा कब्जा किए जाने के बाद हालात काफी गंभीर हो गए हैं। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग चुके हैं।

काबुल एयरपोर्ट पर अफरा तफरी का माहौल बना हुआ है। दरअसल अफगानिस्तान में रह रहे अन्य देशों के लोग बिना सामान लिए ही देश छोड़कर भागने पर मजबूर हो रहे हैं। इसी वजह से काबुल एयरपोर्ट पर भारी भीड़ जमा हुई है।

अफ़ग़ानिस्तान में भारत के भी काफी नागरिक फंसे हुए हैं। खबर के मुताबिक, अफगानिस्तान में बिगड़ रहे हालात को देखते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने वहां फंसे हिंदू और सिखों को निकालने के लिए विदेश मंत्रालय से बातचीत की है।

इसी बीच पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से अफगानिस्तान के एक गुरुद्वारे में फंसे 200 सिखों को जल्द भारत वापस लाने की मांग की है।

इस संदर्भ में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर लिखा है कि जल्द से जल्द अफगानिस्तान के गुरुद्वारे में फंसे 200 सिखों को भारत वापस लाए जाने का इंतजाम किया जाए। इस मामले में पंजाब सरकार उनकी हर संभव मदद करने के लिए तैयार है।

इसके साथ ही पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर किए गए कब्जे को भारत के लिए अशुभ संकेत करार दिया है।

उन्होंने एक अन्य ट्वीट कर लिखा है कि अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हमारे लिए शुभ संकेत नहीं है।

यह भारत के खिलाफ पाकिस्तान और चीन के गठजोड़ को और भी मजबूत करेगा। इसलिए हमें सतर्क रहने की जरूरत है।

दरअसल अफगानिस्तान में काबुल एयरपोर्ट पर मची भगदड़ के बीच फायरिंग की गई है। जिसमें 5 लोगों की मौत हो चुकी है। इस घटना के बाद भारत द्वारा सभी उड़ाने बंद कर दी गई हैं। जिसके चलते वहां मौजूद भारतीय नागरिक काफी असहाय हो चुके हैं।

इसके अलावा तालिबान ने अफगानिस्तान में हवाई क्षेत्र को भी बंद किए जाने के कारण काबुल और दिल्ली के बीच सभी फ्लाइट्स को रद्द कर दिया गया है।

बता दें, भारत ने एयर इंडिया की कुछ फ्लाइट से को भारतीय नागरिकों एअरलिफ्ट के द्वारा भारत लाए जाने के लिए रखा गया था।

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