देश में आई कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र हुआ है। सबसे पहले महाराष्ट्र के उद्धव ठाकरे सरकार ने ही राज्य में कोरोना के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए लॉकडाउन और कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया था।
बीते दिनों महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कोरोना संक्रमण को कंट्रोल करने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की अपील की थी।
अब खबर सामने आ रही है कि आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया था। लेकिन पीएमओ द्वारा उन्हें काफी गैर जिम्मेदाराना जवाब दिया गया है।
बताया जाता है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ऑक्सीजन सप्लाई और रेमदेसीविर इंजेक्शन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया था।
लेकिन पीएमओ द्वारा जवाब दिया गया कि प्रधानमंत्री मोदी फिलहाल पश्चिम बंगाल चुनाव में व्यस्त चल रहे हैं। जब वह वापस लौट आएंगे तभी बात हो पाएगी।
इस बात की जानकारी महाराष्ट्र सीएमओ ने एक बयान जारी कर दी है। पीएमओ द्वारा दिए गए गैर जिम्मेदाराना जवाब के बाद मोदी सरकार एक बार फिर विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है।
इस मामले में महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने बताया है कि केंद्र सरकार ने 16 एक्सपोर्ट कंपनियों से रेमदेसीविर वैक्सीन की मांग की थी। इन कंपनियों को कहा गया है कि यह वैक्सीन महाराष्ट्र में सप्लाई ना की जाए।
एनसीपी नेता नवाब मलिक का दावा है कि सरकार द्वारा इन कंपनियों को चेतावनी जारी की गई है।
इन कंपनियों को कहा गया है कि अगर उन्होंने महाराष्ट्र में वैक्सीन सप्लाई की तो उनका लाइसेंस कैंसिल कर दिया जाएगा।
आपको बता दें कि देश में जब कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की शुरुआत हुई तो सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में ही सामने आए थे। राज्य में अभी स्थिति काफी गंभीर बनी हुई है।
बीते दिन सिर्फ महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के 60 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। जबकि लगभग 400 लोगों की मौत हो चुकी है।