उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की वजह से बेकाबू हो रही स्थिति पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा कदम उठाया है। जिसके तहत राज्य में रविवार को लॉकडाउन लगाने का फैसला किया गया है।
राज्य में कोरोना संक्रमण से बनी स्थिति को कंट्रोल करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जिलाधिकारियों, मंडलायुक्त, सीएमओ और टीम 11 के सदस्यों के साथ बैठक कर के निर्देश जारी किए हैं।
उत्तर प्रदेश में 24 घंटे के अंदर लगभग 28 हजार नए कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। राज्य भर में इस वक्त कोरोना संक्रमण के एक्टिव के डेढ़ लाख के पास पहुंच चुके हैं।
यह साबित हो चुका है कि कोरोना संक्रमण की पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर ज्यादा खतरनाक है। जो लोगों के लिए जानलेवा बन चुकी है।
इस कड़ी में समाजवादी पार्टी के नेता सुनील सिंह यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा है।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि “जनता के लिए बिना मास्क के पहली बार पकड़े जाने पर ₹1,000 व दूसरी बार पकड़े जाने पर ₹10,000 का जुर्माना तो @myogiadityanath जी ने तय कर दिया।
पर समय पर एम्बुलेंस, अस्पताल में बेड, ऑक्सीजन या वेंटिलेटर न मिलेने पे सीएमओ और स्वस्थ मंत्री पर कितने का जुर्माना लगेगा ये कब तय होगा?
जनता के लिये बिना मास्क के पहली बार पकड़े जाने पर ₹1,000 व दूसरी बार पकड़े जाने पर ₹10,000 का जुर्माना तो @myogiadityanath जी ने तय कर दिया पर समय पर एम्बुलेंस, अस्पताल में बेड, ऑक्सीजन या वेंटिलेटर न मिलेने पे सीएमओ और स्वस्थ मंत्री पर कितने का जुर्माना लगेगा ये कब तय होगा?
— Sunil Singh Yadav (@sunilyadv_unnao) April 16, 2021
दरअसल बीते काफी समय से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार करने में व्यस्त चल रहे थे। देखते ही देखते उत्तर प्रदेश की स्थिति काफी खराब हो चुकी है।
कई अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की कमी है। तो कई मरीजों की एंबुलेंस और वेंटीलेटर ना मिल पाने की वजह से मौत हो गई है।
जिसके चलते योगी सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर भी आ चुकी है। बता दें, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी खुद कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।