महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम आए हुए लगभग 20 दिन हो रहे हैं लेकिन सरकार कौन बनाएगा, ये तस्वीर साफ नहीं हो रही है। नतीजे देखने के बाद गवर्नर ने भाजपा को लगभग 2 हफ्ते का वक्त दिया था लेकिन बीजेपी और शिवसेना के बीच चली तमाम खींचतान के बाद यहां इनके गठबंधन की सरकार नहीं चल सकी।

शिवसेना अपनी मांग के साथ डटी रही और सीएम पद के लिए 50-50 फार्मूले से कम पर मानने को तैयार नहीं हुई। शिवसेना के सहयोग के बिना बीजेपी का सरकार बनाना लगभग नामुमकिन है, फिर भी बीजेपी को एक लंबा वक्त दिया गया।

जब शिवसेना ने बीजेपी को सहयोग देकर सरकार बनवाने से मना कर दिया तब एनसीपी को मौका दिया गया, लेकिन कुछ ही घंटों के लिए।

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अब खबर आ रही है कि राज्यपाल ने राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की है। इस बात से नाराज होकर कांग्रेस के नेता जयवीर शेरगिल ने कहा- ये गवर्नर संविधान के रक्षक के तौर पर नहीं भाजपा के एजेंट के तौर पर काम कर रहे हैं।

बहुमत साबित करने के लिए इन्होंने बीजेपी को 14 दिनों का वक्त दिया लेकिन दूसरी पार्टियों को 48 घंटे का भी वक्त नहीं दे रहे हैं।

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