लोकसभा चुनाव प्रचार से विकास गायब है। नरेंद्र मोदी जो पिछले लोकसभा चुनाव तक अपने चुनाव प्रचार में ज्यादतर जोर विकास और अच्छे दिन पर दिया करते थे। मगर अब ऐसा नहीं हैं बीते पांच सालों में चुनाव दर चुनाव वो खुद चाय वाला फकीर और चौकीदार जैसे शब्दों पर ज्यादा जोर देते हुए नज़र आ रहें है।
दरअसल आज पीएम मोदी असम दौर पर पहुंचे हुए जहां उन्होंने डिब्रूगढ़ में रैली के दौरान कहा कि केंद्र की सरकार विकास के काम में लगी हुई है। लेकिन कांग्रेस चौकीदार से नफरत की बात करती हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को चौकीदार से तो नफरत है ही साथ चायवालों से भी नफरत करते हैं। उन्होंने कहा कि चाय वालों का दर्द एक चाय वाला ही समझ सकता है।
5 साल में मोदी चायवाला से चौकीदार बन गए लेकिन देश के प्रधानमंत्री नहीं बन पाए : कीर्ति आजाद
कांग्रेस प्रवक्ता राजीव त्यागी ने बिना देरी करते हुए पलटवार किया। त्यागी ने सोशल मीडिया लिखा- मैं चायवाला हूँ मुझे वोट दो, मैं ग़रीब का बेटा हूँ मुझे वोट दो, मैं फकीर हूँ मुझे वोट दो, मैं चौकीदार हूँ मुझे वोट दो,मोदी जी आप जनता के दर्द को नहीं समझते है।
इसलिए जनता अब आपको वोट नहीं देगी, अगर 5 साल जनता का काम करते तो जनता के बीच जाने के लिए ये बहाने नहीं तलाशने पड़ते।
मैं चायवाला हूँ मुझे वोट दो,
मैं ग़रीब का बेटा हूँ मुझे वोट दो,
मैं फकीर हूँ मुझे वोट दो,
मैं चौकीदार हूँ मुझे वोट दो,
मोदी जी आप जनता के दर्द को नहीं समझते है इसलिए जनता अब आपको वोट नहीं देगी,
अगर 5 साल जनता का काम करते तो जनता के बीच जाने के लिए ये बहाने नहीं तलाशने पड़ते?— Rajiv Tyagi (@RTforINC) March 30, 2019
बता दें कि पिछले पांच सालों में पीएम मोदी ने खुद को चाय वाला चौकीदार और फकीर होने का दावा किया है। मगर उन्हें देखकर ऐसा कुछ भी कहना मुश्किल है की आखिर जो छवि चौकीदार और फकीर की होती पीएम मोदी उससे बिलकुल अलग दिखाई देते है।