केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार द्वारा दिए गए ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ के नारे को खुद उनके ही नेता कई बार तार-तार कर चुके हैं।
दरअसल महिला सुरक्षा के बड़े-बड़े दावे करने वाली भाजपा के नेताओं के नाम ही संगीन महिला अपराध मामलों में संलिप्त हैं।
होशंगाबाद से भाजपा नेता द्वारा गरबा महोत्सव में आई एक नाबालिग लड़की को नौकरी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है।
भाजपा नेता और गरबा आयोजक संजीव मिश्रा पर आईपीसी की धारा 376 के साथ पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया जा चुका है।
बताया जाता है कि पीड़िता के पिता नहीं है। नौकरी का झांसा देकर भाजपा नेता संजीव मिश्रा ने उसके साथ दुष्कर्म किया।
इस मामले में एसडीओपी मंजू चौहान ने बताया है कि पीड़ित लड़की अपने रिश्तेदार के साथ शिकायत दर्ज करवाने आई। जिसके बाद आरोपी भाजपा नेता को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इस मामले में कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने इस खबर को शेयर करते हुए सरकार से तंजीय अंदाज में पूछा है कि बेटी किससे बचाना है मोदी जी?
दरअसल ऐसा कई बार हो चुका है कि रेप पीड़िताओं को इन्साफ दिलाने की जगह भाजपा अक्सर आरोपियों को बचाती आई है। इस मामले में भी ऐसा ही कुछ हुआ है।
बताया जाता है कि भाजपा नेता संजीव मिश्रा को गिरफ्तार किए जाने के बाद कुछ राजनीतिक लोगों ने उसे बचाने की काफी कोशिश की। कुछ प्रभावशाली राजनीतिक लोग भाजपा नेता पर दर्ज केस को तुरंत ही रद्द करने की मांग कर रहे थे।
जिसके चलते पूरा दिन पुलिस थाने में हंगामा मचा रहा। इसके बावजूद भाजपा नेता के खिलाफ केस दर्ज हो गया। जिसके चलते भाजपा के अंदर हलचल मची रही।
आपको बता दें कि भाजपा नेता संजीव मिश्रा का नाम पहले भी कई विवादों में रह चुका है।
कुछ वक्त पहले गरबा आयोजन के लिए संजीव मिश्रा ने लोगों से जबरदस्ती वसूल किए थे। जिसके चलते शराब ठेकेदार से भी सजीव मिश्रा की मारपीट हुई थी।