भारत में लगातार बढ़ रही पेट्रोल-डीजल की कीमतों ने आम जनता का जीना मुहाल कर रखा है। देश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के चलते मोदी सरकार ने कुछ राज्यों में पेट्रोल की कीमतें भले ही कम की हो।

लेकिन इस वक्त भी पेट्रोल कई राज्यों में 100 रुपए प्रति लीटर से ऊपर ही चल रहा है।

भारत में पेट्रोल डीजल की कीमतें बढ़ने के पीछे मोदी सरकार द्वारा अक्सर इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने का हवाला दिया जाता रहा है।

भारत में बढ़ रही महंगाई की वजह से मोदी सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर बनी हुई है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगातार सवालों के कटघरे में खड़े करते नजर आते हैं।

इस मामले में कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए महंगाई का मुद्दा उठाया है।

उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि “विश्व में कच्चे तेल का दाम $72 तक आ गिरा है, पर हमारे यहाँ दाम इस अनुपात में कम क्यों नहीं हो रहे? थैंकयू मोदी की ब्रिगेड कहाँ है?

2014 में जब कच्चा तेल $140/बैरल पर बिक रहा था तब पेट्रोल लगभग ₹70 पर था, और अब ? कब तक आम जनता की कमर तोड़ेंगे मोदी जी?”

जानकारी के लिए आपको बता दें कि जब इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमत कम भी थी तब भी भारत में पेट्रोल डीजल के दाम सस्ते नहीं किए गए थे। बीते काफी वक्त से कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आ रही है।

अमेरिकी बेंचमार्क डब्ल्यूटीआई क्रूड की कीमत घटकर 70 डॉलर प्रति बैरल आ चुकी है। लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर पेट्रोल डीजल की कीमत में कोई कटौती नहीं की गई है।

भारत की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत इस वक्त 103 रुपए प्रति लीटर चल रही है। जबकि डीजल 86 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है।

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