संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है। भारत सरकार ने इस सत्र के लिए कुल 26 विधेयक सूचीबद्ध किए हैं। प्रधानमंत्री मोदी के ऐलान के बाद तीनों कृषि कानूनों की वापसी पर आज संसद की मुहर भी लग गई। विपक्ष के जोरदार हंगामे के बीच कृषि कानूनों की वापसी का बिल लोकसभा और राज्यसभा से पास हो गया। अब राष्ट्रपति के मंजूरी मिलते ही तीनों कानून रद्द हो जाएंगे।
इस बीच प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने पत्रकारों को संसद की प्रेस गैलरी से बाहर किए जाने का मुद्दा उठाया है। प्रेस क्लब ने लिखा है, ”आज 2021 के शीतकालीन सत्र का पहला दिन है। यह 5वां सत्र भी है जब पत्रकारों को जानबूझकर प्रेस गैलरी से बाहर रखा गया है, हमें दिए गए आश्वासनों का पालन नहीं किया गया। इसके अलावा, मीडिया के प्रवेश को रोकने के लिए प्रतिबंधों का एक नया प्रारूप है”
Today is the first day of the Winter Session of 2021. This is also the 5th session when reporters have been deliberately kept out of the Press Gallery
Assurances given to us were
not complied with. Adding to that, is a new format of restrictions to thwart the entry of the media pic.twitter.com/51KediFTyb— Press Club of India (@PCITweets) November 29, 2021
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने एक ओपन लेटर शेयर करते हुए लिखा है, ”हम चिंतित हैं कि संसद और सांसदों को मीडिया की निगाह से अलग करने की एक निराशाजनक प्रवृत्ति उभर रही है। यह प्रवृत्ति संसदीय लोकतंत्र के लिए हानिकारक है और हमारे संसदीय लोकतंत्र की भावना के विरुद्ध है।” प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने अपने इस ट्वीट में लोकसभा स्पीकर को टैग भी किया गया था।
We are concerned that there is a depressing trend emerging to isolate parliament and parliamentarians from media gaze.
The trend augurs ill of parliamentary democracy and much against the spirit of our parliamentary democracy.
Once again we have written to @loksabhaspeaker pic.twitter.com/zxFsfCLXTH— Press Club of India (@PCITweets) November 29, 2021
पत्रकार विनोद कापड़ी ने प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और लोकसभा स्पीकर से पूछा है, ”तीन दिन पहले संविधान दिवस मनाने वाले देश में मीडिया की आज़ादी पर खुलेआम लगाम लगाई जा रही है। किस लोकतंत्र की बात करते हैं आप लोग”
तीन दिन पहले संविधान दिवस मनाने वाले देश में मीडिया की आज़ादी पर खुलेआम लगाम लगाई जा रही है।
किस लोकतंत्र की बात करते हैं आप लोग @rashtrapatibhvn @MVenkaiahNaidu @VPSecretariat @loksabhaspeaker @LokSabhaSectt @narendramodi ? https://t.co/1xSde1GwU1— Vinod Kapri (@vinodkapri) November 29, 2021
इस मुद्दे को उठाते हुए सामाजिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव ने तंज लहजे में लिखा है, ”कोई सवाल नहीं कृपया, हम एक लोकतंत्र हैं।”
No questions please, we are a democracyy. https://t.co/AUYfRlUwXu
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) November 29, 2021