रुस और यूक्रेन के बीच जंग शुरु हो चुका है. यूक्रेन में एयरपोर्ट्स को खाली कराने की शुरुआत हो चुकी है.
रुस ने यूक्रेन के कई आंतरिक इलाकों में मिसाईल दाग दिया है. माहौल पूरी तरह से बिगड़ गया है. कई भारतीय छात्र भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं.
रुस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच भारतीय छात्रों की वापसी का मुद्दा राजनीतिक रंग लेने लगा है. बताया जा रहा है कि यूक्रेन में इस वक्त 18 हजार छात्र फंसे हुए हैं.
भारतीय छात्र वहां पर काफी ज्यादा आंतकित हैं और इस वजह से वह लगातार भारतीय सरकार पर सोशल मीडिया के जरिए दबाव बना रहे हैं.
इस पर यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि भारत के छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं और भारत के पीएम यूपी इलेक्शन में फंसे हुए हैं.
वहीं कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर लिखा-
भारत सरकार का कहना है- Ukraine में फ़ँसे हमारे 20,000 भारतीय जहाँ हैं वहीं रहें। क्योंकि सरकार अभी चुनाव लड़ने में व्यस्त है ?
प्रधानमंत्री जी, आप सभी का ख़याल करने की बजाय चुनावी रैलियों में हवा भर रहे हैं। मग़र हम देशवासी आप सभी की सकुशलता के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
भारत सरकार का कहना है-#Ukraine में फ़ँसे हमारे 20,000 भारतीय जहाँ हैं वहीं रहें।
क्योंकि सरकार अभी चुनाव लड़ने में व्यस्त है ?
प्रधानमंत्री जी, आप सभी का ख़याल करने की बजाय चुनावी रैलियों में हवा भर रहे हैं।
मग़र हम देशवासी आप सभी की सकुशलता के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
1/2— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) February 24, 2022
ये बात एक तरह से सही भी प्रतीत होती है. देश या देश से बाहर जब जब देशवासियों पर संकट आता है, हमारे देश की सरकार और प्रधानमंत्री जी चुनाव प्रचार में लगे रहते हैं.
जब कोरोना की पहली लहर देश में आने वाली थी, विशेषज्ञ से लेकर सारे लोग सरकार को चेतावनी दे रहे हैं तब उस वक्त भी सरकार ट्रंप में स्वागत में लगी हुई थी.
इसके बाद भी जब लगातार कोरोना की दूसरी लहर सामने आ रही थी उस वक्त न सिर्फ पूरी केंद्र सरकार वरन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल की चुनावी रैलियों में व्यस्त थें.
देश ने इसका खामियाजा भुगता. हजारों लोगों की जान ऑक्सीजन और इलाज के अभाव में चली गई.
जिस वक्त सरकार को कोरोना से निपटने की तैयारियां करनी थी, उस वक्त देश का प्रधानमंत्री दीदी ओ दीदी कर बंगाल में ममता बनर्जी से दो दो हाथ कर रहे थें.
ऐसा ही नजारा यूक्रेन में अभी दिखाई दे रहा है. भारतीय छात्रों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वो छत पर खड़े होकर बचाने की गुहार लगा रहे हैं लेकिन यहां पर तो मामला ही उल्टा पड़ गया है.
संकट के इस दौर में भारतीय एयरलाइंस कंपनियों से यूक्रेन से इंडिया आने का हवाई किराया ही बढ़ा कर रख दिया है.