कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस-जेडीएस के विधायक तोड़कर सरकार तो बना ली। इसके लिए भाजपा सरकार बनाने के लिए विधायकों की जमकर खरीद-फरोख्त की गई।
अब कर्नाटक के अयोग्य ठहराए गए विधायक नारायण गौड़ा ने मंगलवार को दावा किया कि मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने उन्हें कृष्णराजपेट निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए 1,000 करोड़ रुपए दिए थे।
उन्होंने उन रुपयों का इस्तमाल विकास कार्यों के लिए किया। ये रुपए येदियुरप्पा ने नारायण गौड़ा को समर्थन करने के लिए दिए। समाचार एजेंसी एएनआई ने अपनी रिपोर्ट में ये खुलासा किया है।
इस खुलासे के बाद कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस सेवादल ने ट्वीट करते हुए लिखा- अयोग्य ठहराए गए कर्नाटक विधायक का दावा- मैंने 700 करोड़ मांगे थे, येदियुरप्पा ने मुझे 1000 करोड़ रुपये दिए!! भाजपा सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को चौपट करके विधायकों की खरीद फरोख्त में देश का खजाना खाली कर दिया!!
अयोग्य ठहराए गए कर्नाटक विधायक का दावा- मैंने 700 करोड़ मांगे थे, येदियुरप्पा ने मुझे 1000 करोड़ रुपये दिए!!
भाजपा सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को चौपट करके विधायकों की खरीद फरोख्त में देश का खजाना खाली कर दिया!!
— Uttar Pradesh Congress Sevadal (@SevadalUP) November 6, 2019
नारायण गौड़ा ने अपने समर्थकों से बात करते हुए कहा कि, “कोई मेरे पास आया और मुझे सुबह 5 बजे (एचडी कुमारस्वामी सरकार गिरने से पहले) येदियुरप्पा के आवास पर ले गया। जब हम उनके घर में दाखिल हुए तो येदियुरप्पा पूजा कर रहे थे। जब मैं अंदर गया तो उन्होंने मुझे बैठने के लिए कहा। इसके बाद उन्होंने कहा कि, मैं उनका समर्थन करूं, ताकि वह एक बार फिर मुख्यमंत्री बन सकें।
नारायण गौड़ा ने आगे कहा कि, “मैंने येदियुरप्पा से कृष्णराजपेट निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए 700 करोड़ रुपए आवंटित करने के लिए कहा। इसपर उन्होंने कहा कि वे 300 करोड़ रुपए ज्यादा 1,000 करोड़ देंगे। उसके बाद उन्होंने वह रुपए दे दिए।”
गौड़ा ने समर्थकों से कहा, आपको नहीं लगता कि मुझे एक ऐसे महान व्यक्ति का समर्थन करना चाहिए, मैंने ऐसा ही किया। उसके बाद येदियुरप्पा ने कहा कि उनका अयोग्य ठहराए गए विधायकों से कोई लेना देना नहीं है।