देश के विवादित न्यूज़ एंकर अर्नब गोस्वामी को साल 2018 के एक मामले में आज मुंबई पुलिस द्वारा उनके घर से गिरफ्तार किया गया है। दरअसल अर्नब गोस्वामी पर 53 वर्षीय इंटीरियर डिजाइनर और उनकी मां को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा है।

बीते साल स्थानीय पुलिस ने इस मामले को बंद कर दिया था। पुलिस का कहना था कि अर्नब गोस्वामी के खिलाफ आरोपपत्र दर्ज करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं है।

दरअसल अन्वय नायक द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट में उन्होंने आरोप लगाया था कि अर्नब गोस्वामी ने रिपब्लिक नेटवर्क ने उनसे स्टूडियो का इंटीरियर डिजाइन करवाया था। लेकिन उन्होंने इसका भुगतान नहीं किया था। जोकि 83 लाख रूपये की रकम थी।

आपको बता दें कि अन्वय नायक ने यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस ने गोस्वामी द्वारा इस भुगतान किए जाने पर कोई जांच नहीं की। जिसके बाद उनके पिता और दादी ने आत्महत्या करने पर मजबूर हो गए।

अदया नायक का कहना है कि जब उन्होंने दुबारा ये केस खुलवाया तो उन्हें कई बार डराया धमकाया गया।

अन्वय नायक की बेटी ने साल 2020 में इस मामले में दुबारा जांच की मांग की थी। महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि अन्वय नायक की बेटी अदया नायक के अनुरोध पर इस मामले की जांच सीआईडी को सौंपी गई है।

अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी के मामले में कई भाजपा नेता मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार को घेर रहे हैं। कई भाजपा नेताओं ने अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी को प्रेस की आजादी पर हमला बोला है।

भाजपा नेताओं की इस तरह की प्रतिक्रियाओं पर शिवसेना नेता संजय राउत ने भी पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र में कानून का राज है और पुलिस ने सबूत मिलने पर ही अर्नब गोस्वामी को गिरफ्तार किया है।

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