हरियाणा के नूंह जिले में हुई हिंसा को लेकर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का एक बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने नूंह हिंसा के लिए यात्रा करने वाले आयोजकों पर सवाल उठाया है।

उन्होंने कहा, “यात्रा को लेकर नूंह की स्थानीय प्रशासन को कोई जानकारी नहीं दी गयी थी कि कितने लोग उस यात्रा में शामिल होंगे। जिसके चलते ऐसी हिंसात्मक घटना हुई है।”

मणिपुर हिंसा से अभी देश शांत भी नहीं हुआ है कि हरियाणा में दो समुदायों के बीच हिंसा की खबरे सामने आ रही है।

हरियाणा में विश्व हिन्दू परिषद् द्वारा जलाभिषेक यात्रा निकाली गयी थी। जहां इस यात्रा पर नूंह में पहले पथराव की घटना की खबरें सामने आई जिसके बाद दो समुदायों के बीच भारी हिंसा शुरू हो गयी और कई गाड़ियों को आग लगा दी गयी।

यह हिंसा नूंह से शुरू हुई और शाम तक मानेसर, गुड़गांव तक आ पहुंची। जहां भीड़ द्वारा एक मस्जिद में आग लगा दी गई और जय श्रीराम के नारे भी लगाए गए।

इस हिंसा में एक इमाम की भी मौत हो गई। और गुड़गांव के कई इलाकों में मुसलमानों के दुकानों को आग लगा दी गई।

हरियाणा नूंह में हुई हिंसा को लेकर भाजपा गठबंधन में शामिल जेजेपी नेता और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा- “यात्रा के आयोजकों ने प्रशासन को पूरी जानकारी नहीं दिया था कि कितने लोग उस यात्रा में शामिल होंगे। कहीं न कहीं इस कमी से ऐसी घटना हुई है। मैं सबसे आग्रह करता हूँ की शान्ति बनाये रखें।”

आगे दुष्यंत चौटाला ने कहा- “हरियाणा मेवात का इतिहास भाईचारे का रहा है। सभी समुदाय के लोग प्यार से मिलजुलकर रहते आये हैं। मेवात हमेशा हिन्दुस्तान की एकता और अखंडता के साथ रहा है। आज़ादी के लड़ाई में भी सभी समुदाय के लोगों ने एक साथ अंग्रेज़ो से लड़ाई लड़ी है।”

वहीं हरियाणा के बजरंग दल का नेता मोनू मानेसर पर इस यात्रा में शामिल होने की खबरें थी। जिसपर राजस्थान के दो लोगों को गौरक्षा के नाम पर हत्या करने का आरोप है। बताया जा रहा है कि यात्रा में इसके शामिल होने की खबरों के बाद ही हिंसा फैली है।

मीडिया ने मोनू मानेसर से जुड़े सवाल जब डिप्टी सीएम से पूछा तो उन्होंने कहा- “जो भी लोग इस हिंसा को भड़काने में शामिल होंगे उनके ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाएगी। चाहे वह किसी भी पार्टी संगठन से ताल्लुक रखता हो।”

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