भारत की बदहाल अर्थव्यवस्था अभी पटरी पर आते दिखाई नहीं दे रही है। मोदी सरकार द्वारा हाल में पेश किये गए पहले बज़ट को खुद प्रधानमंत्री मोदी की आर्थिक सलाहकार डॉ आशिमा गोयल ने निराशाजनक बज़ट करार दिया है।
पीएम की आर्थिक सलाहकार परिषद की सदस्य आशिमा गोयल का मानना है कि आम बजट में दूरदर्शिता का अभाव है। मोदी सरकार में देश की आर्थिक स्थिति दिन पर दिन और नीचे गिरती जा रही है। जिसे लेकर विपक्ष मोदी सरकार पर पहले से हमलावर तो था ही, लेकिन अब खुद पीएम मोदी की आर्थिक सलाहाकार डॉ आशिमा गोयल ने इस बजट को निराशजनक और दिशाहीन करार दिया है।
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बता दें कि देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बज़ट पेश करने के दौरान लगभग तीन घंटे का भाषण दिया जिसे लेकर पीएम की आर्थिक सलाहाकार आशिमा ने उनपर तंज कसा है।
डॉ आशिमा ने कहा- ‘ये आश्चर्यजनक है कि वित्त मंत्री ने अपने तीन घंटे के भाषण में गिरती अर्थव्यस्था शब्द का इस्तेमाल तक नहीं किया है।’
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वहीं इस साल के बज़ट और वित्तमंत्री के भाषण को लेकर डॉ आशिमा ने कहा की बजट निराश करने वाला है क्योंकि नई सरकार के पहले बजट में जो दृष्टिकोण होने चाहिए थे। वह इस बजट में कहीं नहीं दिखाई देता है। भविष्य को लेकर एक सोच होनी चाहिए थी की आखिर देश की गिरती अर्थव्यवस्था को कैसे पटरी पर लाया जा सकता है।
वहीं आर्थिक सलाहाकार डॉ गोयल ने कहा कि ‘हैरान करने वाली बात यह है की जब पूरा देश और दुनिया की तमाम एजेंसियां भारत की गिरती अर्थव्यवस्था के ऊपर रिपोर्ट ला रहे हैं। लेकिन वित्त मंत्री के तीन घंटे के लंबे बजट भाषण में इसका एक भी बार जिक्र नहीं किया गया है।