चुनाव आयोग ने सोमवार को आसनसोल से बीजेपी प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया है। सुप्रियो के खिलाफ बूथ संख्या 199 में कथित रूप से उत्पीड़न करने और एक पोलिंग एजेंट और एक अधिकारी को धमकी देने के लिए पुलिस को ये निर्देश दिए गए हैं।
भाजपा प्रत्याशी सुप्रियो अपनी कार से बाराबनी के पोलिंग बूथ तक जा रहे थे जब उनकी कार पर हमला हुआ। मतदान केंद्र संख्या 199 के बाहर हुई झड़प में उनकी कार का विंडशील्ड तोड़ दिया गया।
सुप्रियो ने आरोप लगाया कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने भाजपा के मतदान एजेंटों को मतदान केंद्रों में प्रवेश करने से रोका। जिसके बाद उनकी पोलिंग ऑफिसर से कहासुनी हो गई।
सुर्प्रियो ने अपनी सफाई में कहा कि, ‘मैं यहां केवल यह देखने के लिए आया हूं कि मतदान प्रक्रिया कैसे चल रही है, लेकिन मैंने पाया कि मतदाताओं को वोट डालने नही दिया जा रहा। हमारी लड़ाई लोकतंत्र की स्थापना के लिए है। यह शर्मनाक है कि मैं एक लोकतांत्रिक देश में यह कह रहा हूं।
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इसके विपरीत चुनाव आयोग के अधिकारी ने बताया कि पोलिंग बूथ का माहौल शांत था। हमारे अधिकारी और बल आसनसोल की निगरानी कर रहे हैं। कुछ बूथों से हिंसा की छोटी घटनाओं की सूचना है, जिन्हें तुरंत संबोधित किया गया था। साथ ही उन्होंने कहा कि उनके पास रिपोर्ट आ गई है कि सुप्रियो बूथ के अंदर क्या कर रहे थे।
सुप्रियो आसनसोल से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। यहां से उनके खिलाफ टीएमसी की मुन मुन सेन चुनावी मैदान में खड़ी हुई हैं।