केंद्रीय मंत्री एवं बेगूसराय से बीजेपी के उम्मीदवार गिरिराज सिंह की मुश्किलें बढ़ती नज़र आ रह हैं। चुनाव आयोग ने मुसलमानों के खिलाफ़ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

चुनाव आयोग के निर्देशों के मुताबिक, गिरिराज को 24 घंटे के भीतर नोटिस का जवाब देना होगा।

बता दें कि गिरिराज सिंह ने बीते 24 अप्रैल को बेगूसराय में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुसलमानों को खुले तौर पर धमकी दी थी। उन्होंने कहा था कि अगर मुसलमानों को देश में कब्र के लिए ज़मीन चाहिए तो वंदेमातरम गाना होगा।

उन्होंने कहा था, ‘मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि जो वंदे मातरम नहीं गा सकता, जो भारत की मातृभूमि को नमन नहीं कर सकता वो इस बात को याद रखें कि अरे गिरिराज के नाना-दादा सिमरिया घाट में गंगा नदी के किनारे मरे, उसी भूमि पर कोई कब्र नहीं बनाया लेकिन तुम्हें तो तीन हाथ जगह चाहिए। तुम ऐसा नहीं कर पाओगे तो देश तुम्हें कभी माफ नहीं करेगा’।

मोदी जी, ये भी 70 साल में पहली बार हुआ है जब कोई PM विधायक खरीदने की खुलेआम धमकी दे रहा है!

गिरिराज सिंह के इस बयान को चुनाव आयोग ने गंभीरता से लिया। गुरुवार को बेगूसराय के जिला निर्वाचन पदाधिकारी व जिलाधिकारी राहुल कुमार ने मामले पर संज्ञान लेते हुए गिरिराज सिंह के खिलाफ नगर थाने में आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज कराया।

जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र से गिरिराज सिंह का बयान अल्पसंख्यकों की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाता है और यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। उन्‍होंने उनके खिलाफ आरपी एक्ट व आइपीसी की विभिन्‍न धराओं के तहत नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। इसके बाद चुनाव आयोग ने सोमवार को गिरिराज को नोटिस भेजकर 24 घंटे में जवाब तलब किया है।

यह पहली बार नहीं है चुनाव आयोग ने गिरिराज के खिलाफ कार्रवाई की हो। इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में भी चुनाव आयोग ने सांप्रदायिक टिप्पणी करने के मामले में उनपर बिहार और झारखंड में प्रचार करने पर प्रतिबंध लगा दिया था।

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