अंकिता भंडारी हत्या मामले में यमकेश्वर स्थित रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य की गिरफ्तारी हो चुकी है. भाजपा नेता विनोद आर्य ने मीडिया को बाइट देते हुए कहा कि मेरा बेटा सीधा है और वह ऐसी कोई घटना को अंजाम नहीं दे सकता.
ऐसे समय में भाजपा नेता का यह बयान बहुत शर्मनाक है. उनके दिए गए बयान पर सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल किया जा रहा.
कांग्रेस नेता अलका लांबा ने ट्वीट करते हुए लिखा- “किसानों को अपनी गाड़ी के पहियों नीचे कुचलकर मारने वाले का पिता भाजपा नेता भी यही कहता रहा. आज वह सलाखों के पीछे हैं. शर्म करो गद्दार भाजपाईयों, ना किसान छोडा ना ग़रीब की बेटी. लानत है तुम सब पर.
किसानों को अपनी गाड़ी के पहियों नीचे कुचलकर मारने वाले का पिता भाजपा नेता भी यही कहता रहा – आज वह सलाखों के पीछे हैं – शर्म करो गद्दर भाजपाईयों ना किसान छोडा ना ग़रीब की बेटी.. लानत है तुम सब पर. https://t.co/jH2nvDzcHx
— Alka Lamba (@LambaAlka) September 24, 2022
इससे पहले उत्तर प्रदेश में भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे ने किसानों के ऊपर अपनी गाड़ी चढ़ा दी थी. जिसमें नौ किसान मारे गए थे.
शुरू में वह भी अपने बेटे को सीधा और सज्जन बता रहे थे, लेकिन पुलिस कार्यवाई में उसे दोषी पाया गया और उसकी गिरफ्तारी की गई.
आरोपी पुलकित आर्य के पिता और पूर्व राज्य मंत्री विनोद आर्य को भाजपा ने निकाल दिया है. पुलकित के भाई अंकित आर्य को सरकार ने ओबीसी आयोग के उपाध्यक्ष पद से हटाते हुए उसे भी पार्टी से निष्कासित कर दिया है.
लेकिन इसके बाद भी विनोद आर्य यह नहीं मान रहे हैं कि उनके बेटे पुलकित से कोई गलती हुई है, जबकि सोशल मीडिया पर चर्चा चलने लगी है कि काश उन्होंने पुलकित की हरकतों पर लगाम लगाई होती तो संभव है आज अंकिता जिंदा होती.
इसके पहले भी पुलकित आर्य पर धोखाधड़ी और जालसाजी जैसे केस दर्ज हो चुके हैं. उसने 2016 में अपनी जगह किसी और व्यक्ति को बैठाकर मेडिकल की परीक्षा पास की थी.
इसके बाद उसे ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज में बीएएमएस में एडमिशन मिल गया लेकिन बाद में बात खुल गई. इसी मामले में उसके खिलाफ 2016 में नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ था.
उस समय पिता के पैसे और रसूख ने उसे बचा लिया था. उस पर लॉकडाउन उल्लंघन का आरोप भी लगा था.