दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को मजबूत बनाने के लिए कई राज्यों में किसान महापंचायतों का आयोजन किया जा रहा है। हाल ही में भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पश्चिम बंगाल और गुजरात में भी किसान आंदोलन करने का ऐलान किया है।

इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने न्यूज़ 24 न्यूज़ चैनल से बातचीत करते हुए मोदी सरकार को महंगाई के मुद्दे पर भी घेरा है।

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि यह जमीन बचाने की लड़ाई है। रोटी बाजार की चीज बन कर ना रह जाए और तिजोरी में कैद ना हो जाए। यह आंदोलन महंगाई के खिलाफ भी है। इन कृषि कानूनों के खिलाफ हम सब को एक साथ जुड़ कर आंदोलन करना पड़ेगा।

इसके साथ ही राकेश टिकैत ने एक बार फिर से कहा है कि जब तक तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाता और एमएसपी पर सरकार द्वारा कानून नहीं बनाया जाता। तब तक यह आंदोलन बंद नहीं होगा।

हम ये चाहते हैं कि सरकार संयुक्त मोर्चा के 40 लोगों के साथ बातचीत करें और यह तीनों बिल वापस ले ले।

देश में अब बड़ी-बड़ी कंपनियां लुटेरी बन चुकी है। हम व्यापारी से लड़ाई तो लड़ लेते। सरकार से भी लड़ाई लड़ लेते। लेकिन यह जरूर देश में लुटेरे आ चुके हैं इन्हें भगाना ही पड़ेगा। इसके लिए ऐसे ही आंदोलन चलाए जायेंगे।

अगर देश के किसानों को जमीन को बचाना है और अपनी किसानी को जिंदा रखना है। तो इसके लिए उन्हें इन लुटेरों के खिलाफ लड़ाई लड़नी की होगी।

राकेश टिकैत ने कहा है कि किसानों को एक करने के लिए अब वह पूरे देश का दौरा करेंगे। आने वाले दिनों में वह कर्नाटक और तेलंगाना भी जाने वाले हैं।

हाल ही में राकेश टिकैत ने यह भी कहा है कि अगर किसी कानूनों को वापस नहीं लिया जाता तो किसान प्रदर्शनकारी अब 40 लाख ट्रैक्टर लेकर पार्लियामेंट का घेराव करेंगे।

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