केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के 7 साल पूरे हाने के मौके पर जनता को उपलब्धि गिनाने पहुंची भाजपा नेता और हरियाणा महिला विकास निगम की अध्यक्ष बबीता फोगाट का किसानों ने जमकर विरोध किया।
किसानों का आक्रोश इस हद तक पहुंच गया था कि भारी मशक्कत करने के बाद पुलिस को बबीता फोगाट को वहां से निकालना पड़ गया। बबीता फोगाट को किसानों ने काले झंडे भी दिखाए और जमकर नारेबाजी की।
लोगों ने बबीता फोगाट मुर्दाबाद और मोदी सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाए। इसके साथ ही लोग कह रहे थे किसानी बिल वापस लेना होगा !
रविवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने सात साल पूरे कर लिए। इस मौके पर भाजपा देश भर में मास्क वितरण कर रही है।
इसी क्रम में भाजपा नेता बबीता फोगाट दादरी के बिरहीकलां गांव पहुंची तो वहां किसानों ने उन्हें घेर लिया और कृषि बिल वापस लेने की मांग करने लगे।
इस दौरान वहां मौजूद सैकड़ों लोगों ने बबीता का विरोध किया और उन्हें वापस जाने पर मजबूर होना पड़ा।
वहीं इस मामले पर सांगवान खाप के प्रधान और निर्दलीय विधायक सोमवीर सांगवान ने बताया कि बबीता फोगाट मोदी सरकार की उपलब्धि गिनवाने और सैनिटाइजिंग के लिए गांव में आईं थी।
किसानों ने उनका विरोध किया और आगे भी भाजपा या जजपा के किसी भी नेता के गांव में आने पर ऐसे ही विरोध किया जाएगा।
वहीं प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि बबीता फोगाट अपनी राजनीति चमकाने यहां आई थी। किसान आज छह महीने से सड़क पर है। उसके हितों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
फोगाट को किसानों के साथ जरा सी भी सहानुभूति नहीं है। वह किसानों के खिलाफ हैं और कृषि बिलों को लेकर केंद्र सरकार के पक्ष में बोल रही थी। वह कृषि बिल का पक्ष लेकर सरकार में अपनी पकड़ ज्यादा मजबूत बनाना चाहती हैं।
मालूम हो कि केंद्र की मोदी सरकार के कृषि बिलों को लेकर हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों में जबर्दस्त आक्रोश का माहौल है।
भाजपा और उनके सहयोगी दलों के नेताओं का लगातार विरोध हो रहा है। हरियाणा के कई पंचायत ऐसे हैं जहां पर भाजपा नेताओं के सामाजिक बहिष्कार का फैसला हो चुका है और उनके गांव में प्रवेश करने पर भी पाबंदी है।