Delhi Violence: दिल्ली हिंसा में मौत का आंकड़ा लगभग 21 पार कर चुका है। एक भड़काऊ बयान पूरी दिल्ली को जला देगा यह किसी ने सोचा नहीं होगा। वो भी देश की राजधानी में दिल्ली पुलिस के सामने दिया गया बयान। दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की इस नाकामी पर पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है।
भाजपा नेता कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) दिल्ली पुलिस के सामने बयान देता है और दिल्ली पुलिस हाथ पर हाथ धरे दिल्ली दहल उठने का इंतजार करती रहती है। शायद इसकी कल्पना दिल्ली पुलिस ने नहीं की होगी। लेकिन आज पूरी दुनिया में इसपर थू थू हो रही है। इन दंगों में 21 जिंदगियां चली गईं। सैकडों लोग अस्पतालों में भर्ती हो गए। करोडों का व्यवसायिक नुकसान देश को झेलना पड़ा।
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देश का भाईचारे को एक बड़ा झटका झेलना पड़ा। सब कुछ एक छोटी सी लापरवाही से हुआ। अगर दिल्ली पुलिस कपिल मिश्रा को तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेज देती तो शायद आज 21 जिंदगियां जिंदा होती।
इन 21 जिंदगियों में एक जिंदगी उस नौजवान की भी चली गई। जिसके पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। राहुल सोलंकी यह नाम अब ना सपने देखेगा ना देश का नाम रोशन करेगा। दिल्ली हिंसा में राहुल सोलंकी की जान चली गई। उस पिता का बुरा हाल है। उसके पिता अपने बेटे की मौत का जिम्मेदार भाजपा नेता कपिल मिश्रा को बता रहे हैं।
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NDTV से बात करते हुए राहुल (Rahul Solanki) के पिता बोलते है कि, ‘कपिल मिश्रा को भड़काऊ बयान देकर अपने घर में घुस गया। यहां मेरे बेटे की मौत हो गई।’
दरअसल भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने खुलेआम धमकी दी थी। जब उसके साथ दिल्ली पुलिस के बड़े अधिकारी भी मौजूद थे। कपिल मिश्रा के भड़काऊ बयान के बाद जगह जगह दंगे शुरू हो गए। दिल्ली हाईकोर्ट ने भी कपिल मिश्रा के भड़काऊ बयान को सुनकर दिल्ली पुलिस को फटकार लगाई है।