प्रधानमंत्री मोदी के कैबिनेट के विस्तार के सिलसिले में कैबिनेट के तमाम नेताओं का सुबह से ही इस्तीफे देने का दौर चल रहा है। इसी कड़ी में सबसे नए और चौकाने वाले 2 नाम जुड़े हैं – प्रकाश जावड़ेकर और रविशंकर प्रसाद।

दोनों ही 2019 में बनी मोदी सरकार के बड़े नेता और तीन-तीन मंत्रालयों को संभाल रहे थे।

जिस गति से मोदी सरकार कैबिनेट में बदलाव कर रही है, लोग इसे विस्तार से ज्यादा कायापलट नाम दे रहे हैं।

सुबह से ही भाजपा के कई सांसदों को मंत्रालयों की गद्दी से उतारा जा रहा है। बहुत से नामों को लेकर पहले से अंदाजा भी था। लेकिन रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर के इस्तीफे से सभी अचंभित हैं।

बिहार राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाले रविशंकर प्रसाद सरकार के तीन अहम मंत्रालयों को प्रमुख थे – कानून एवं न्यासय मंत्रालय ; संचार मंत्रालय ; इलेक्ट्रॉ निक्स् एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय।

इन तीनों ही मंत्रालयों की देश के विकास में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। ये वही रविशंकर प्रसाद हैं जिनके अकाउंट को कुछ दिन पहले अमेरिकी सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर के कुछ देर के लिए बंद कर दिया था।

ट्विटर ने ऐसा करने के लिए कारण बताया था कि रविशंकर प्रसाद ने कॉपीराइट कानूनों का उल्लंघन किया है।

माना जा रहा है कि न्यायिक व्यवस्था को लेकर भी कहीं ना कहीं बार बार विवाद उठ रहे थे। इसलिए न्याय और विधि मंत्रालय को दूसरे नेता की जरूरत थी, जिसे पूरा करने के लिए रविशंकर प्रसाद को हटा कर एक नया चेहरा लाया जाएगा।

वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र के पुणे से आने वाले प्रकाश जावड़ेकर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रमुख थे। अब इन तीनों मंत्रालयों पर भी नए चेहरे सामने आएंगे।

प्रकाश जावड़ेकर के नाम पर पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे। थावरचंद गहलोत के बाद जिन अन्य मंत्रियों के साथ बैठक बुलायी गयी थी उनमें प्रकाश जावड़ेकर भी शामिल थे।

ये भी माना जा रहा है कि जिन मंत्रियों की उम्र 70 साल से अधिक हो चुकी है, उन्हें निश्चित रूप से हटाया जा रहा है।

रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर दोनों ही भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और मोदी सरकार की कैबिनेट के अहम हिस्सा रहे हैं। दोनों के इस्तीफे की खबर बेहद चौकाने वाली है।

मोदी सरकार के मंत्रीमंडल के विस्तार में 36 नए नेताओं के शामिल होने की खबर है। उन 36 सांसदों को लाने के लिए पुराने मत्रियों को हटाने का जो सिलसिला चल रहा है उसमें सबसे बडे और चौकाने वाले ये दो नाम सामने आए हैं।

वहीं रविशंकर प्रसाद के इस्तीफे पर पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने ट्वीट कर लिखा- “सुना है नीली चिड़िया के पर कतरने का दावा करने वालों के ही पर कतर दिए गए?

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here