3 महीने पहले भारतीय जनता पार्टी द्वारा लाए गए कृषि बिल का विरोध करते हुए शिरोमणि अकाली दल की नेता और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने अपने पद से इस्तीफा दिया था।

कृषि बिल पर हुई तनातनी और भाजपा के किसान विरोधी फैसले के चलते कई सालों से भाजपा की सहयोगी रही शिरोमणि अकाली दल ने एनडीए से अपने रास्ते अलग करने का फैसला लिया।

अब खबर सामने आ रही है कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल ने भारत सरकार से मिले पद्म विभूषण सम्मान को वापस कर दिया है।

बताया जा रहा है कि शिरोमणि अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल ने 2 दिसंबर को देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने किसानों के प्रति मोदी सरकार के रुख पर नाराजगी जाहिर की थी।

इसके साथ ही उन्होंने इस पत्र में पदम विभूषण पुरस्कार वापस करने की इच्छा भी जताई थी। प्रकाश सिंह बादल का कहना है कि हरियाणा में जिस तरह से मोदी सरकार ने किसानों पर अत्याचार किए हैं उससे वह काफी आहत हुए हैं।

मोदी सरकार के खिलाफ विरोध जाहिर करते हुए प्रकाश सिंह बादल ने लिखा है कि किसानों के लिए कुर्बान करने के लिए मेरे पास और कुछ भी नहीं है।

मैं आज जो कुछ भी हूं, किसानों के कारण हूं। अगर किसानों का अपमान किया जा रहा है। तो यह पदम विभूषण सम्मान रखने का कोई फायदा नहीं है।

इसके साथ ही उन्होंने किसान आंदोलन को गलत तरीके से दर्शाए जाने की भी निंदा की है।

गौरतलब है कि बीते 2 महीने से कृषि कानून के खिलाफ पंजाब के किसान सड़कों पर उतरे हुए थे। अब हरियाणा बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों ने भाजपा को साफ़ शब्दों में ये कह दिया है कि जब तक तीनों कानूनों को वापिस नहीं लिया जाता और एमएसपी की गारंटी नहीं देती। तब तक हम यूं ही डटे रहेंगे।

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