प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात से कोरोना वैक्सीन के नाम पर बड़े घोटाले की आहट आ रही है। देश के दूसरे हिस्सों में जहां जिंदा लोगों के लिए वैक्सीन उपलब्ध नहीं है तो वहीं गुजरात में मुर्दों को कोरोना वैक्सीन दी जा रही है।
मामला गुजरात के उपलेटा की है, जहां मर चुके लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने की बात सामने आई है।
सरकार के निर्देशों को पूरा करने के चक्कर में ऐसे कारनामों को अंजाम दिया जा रहा है और कागजी खानापूर्ति की जा रही है.
उपलेटा के रहने वाले हरदास करंगिया को कोरोना वैक्सीन देने की बात का खुलासा हुआ, जबकि उनकी मृत्यु 2018 में ही हो चुकी है।
हरदास करंगिया के भतीजे अरविंद करंगिया ने बताया कि उनके चाचा की मृत्यु 2018 में हो ही गई थी और उनका मृत्यु प्रमाण पत्र भी मौजूद है जबकि सरकारी दस्तावेजों में हरदास करंगिया को कोरोना वैक्सीन दिए जाने की बात प्रमाणित हुई है।
मामले का खुलासा तब हुआ जब हरदास करंगिया के मोबाइल पर कोरोना वैक्सीन लेने का मैसेज आया। हरदास करंगिया के मोबाइल का प्रयोग अब उनके परिजन करते हैं।
मोबाइल पर मैसेज आया कि 03 मई 2021 को हरदास करंगिया को कोरोना वैक्सीन दे दी गई है और उनका सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया है।
पर ऐसा नहीं है कि हरदास करंगिया ऐसे पहले शख्स हैं जिन्हें कोरोना वैक्सीन दे दिया गया हो, गुजरात के ही दाहोद के रहने वाले एक व्यक्ति के मोबाइल नंबर पर कोरोना वैक्सीन देने का मैसेज आया, जिनकी मृत्यु 10 साल पहले ही 93 साल की उम्र में हो गई थी।
दाहोद के लिमड़ी में ही मधुबेन शर्मा नामक एक महिला जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की पहली डोज तो ली थी लेकिन दूसरे कारणों से उनकी मृत्यु करीब 45 दिन पहले ही हो गई थी, उनके बेटे के नंबर पर मैसेज आया कि उनकी मां के वैक्सीन के दोनों डोज पूरे हो गए हैैं।
अब इसे सरकारी लापरवाही का मामला माना जाए या कोरोना वैक्सीन के नाम पर बड़े घोटाले की दस्तक।
यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी ने इस बहाने पीएम मोदी और भाजपा के गुजरात माॅडल पर निशाना साधा और कहा कि “जहां मुर्दों को भी कोरोना वैक्सीन लगाई जाती है, वही हमारे मोदी जी का गुजरात माॅडल है”
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अब तक गुजरात में 10 से भी ज्यादा ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां मुर्दों को कोरोना वैक्सीन लगाने की बात का खुलासा हुआ है।
कायदे से इसकी जांच हो तो ऐसे अनगिनत मामलों का पर्दाफाश होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।