भड़काऊ भाषण देने वाले लोग घातक होते हैं। ये कोविड जैसी महामारी से भी ज्यादा घातक होते हैं।” ये बेहद महत्वपूर्ण टिप्पणी आई है हरियाणा की गुरुग्राम कोर्ट की ओर से।

कोर्ट ने कहा कि कुछ लोग सापं्रदायिक भाषण देते हैं जो समाज के लिए असमंजस की स्थिति पैदा करते हैं। ऐसे लोग महामारी से भी ज्यादा घातक होते हैं।

कोर्ट ने ये टिप्पणी हरियाणा के एक महापंचायत में भड़काउ और सांप्रदायिक उन्माद फैलाने वाला भाषण देेने के आरोपी रामभक्त गोपाल के जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान कही।

इस टिप्प्णी के साथ ही कोर्ट ने आरोपी गोपाल की जमानत याचिका खारिज कर दी। हरियाणा पुंलिस ने पटौदी की एक महापंचायत में हेट स्पीच देने के आरोपों में गोपाल को गिरफ्तार कर लिया था।

रामभक्त गोपाल पर एक मजहब विशेष के लोगों पर अभद्र एवं अपशब्दों के प्रयोग को लेकर गिरफ्तार किया गया था।

एक विशेष समुदाय की लड़कियों के अपहरण पर उस समुदाय के लोगों को भड़काने के लिए राम भगत गोपाल ने भड़काऊ एवं आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया था।

गोपाल महापंचायत में मौजूद लोगों को धर्म परिवर्तन, लव जिहाद आदि के मुद्दे पर मुसलमानों के खिलाफ भड़का रहा था। इस पर दिनेश कुमार नामक एक शख्स ने उसके खिलाफ मामला दर्ज करा दिया।

बताते चलें कि गोपाल वही व्यक्ति है जिसने दिल्ली में जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के पास नागरिकता संशोधन कानूनों के खिलाफ चल रहे धरना प्रदर्शन के दौरान पिस्तौल लहरा कर फायरिंग कर दी थी जिससे वहां पर दहशत का माहौल बन गया था।

भीड़भाड़ भरे इलाके में पिस्तौल लहराते हुए राम भगत गोपाल की तस्वीरों ने खूब सुर्खियां बंटोरी थी। रामभक्त गोपाल एक कट्टर विचारधारा का व्यक्ति है जो एनसीआर के नोएडा का रहने वाला है।

गोपाल की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा कि आजकल हमारे देश में एक फैशन सा बन गया है, जाति और धर्म के आधार पर अभद्र भाषा का प्रयोग करना।

कुछ तत्व ऐसा करते हैं और पुलिस भी ऐसे लोगों से निपटने में असहाय प्रतीत होती है। समाज में इस तरह के लोग नफरत फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। हकीकत तो यह है कि ऐसी बातों से देश को महामारी से भी ज्यादा नुकसान पहुंचा है।

उम्मीद जताई जा रही है कि जिस तरह से इन दिनों सांप्रदायिक उन्माद फैलाने वाले भाषण और हेट स्पीच देेने का प्रचलन देश में बढ़ता जा रहा है, उससे कोर्ट की इस कार्रवाई और टिप्पणी के बाद उस पर अंकुश लगेगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here