हिमाचल प्रदेश में सेब उत्पादक अडानी समूह के खिलाफ़ सड़कों पर उतर आए हैं. उनका आरोप है कि अडानी समूह ने प्रीमियम गुणवत्ता वाले सेब के लिए 88 रुपए प्रति किलोग्राम खरीदी की पेशकश की थी. अब दो साल बाद उसे घटाकर 76 रुपए प्रति किलो ग्राम कर दिया गया है.

राज्य सरकार पर अडानी समूह से मिली भगत का आरोप लगाते हुए सेब उत्पादक किसान खरीद कीमत में कम से कम 30 प्रतिशत की बढोत्तरी की मांग कर रहे हैं.

प्रदेश के रामपुर, ठियोग और रोहडू मे हज़ारों सेब किसानों ने सरकार और अडानी ग्रुप के खिलाफ़ प्रदर्शन किया और नारेबाज़ी की.

किसान अडानी समूह के मनमाने दामों से नाराज़ हैं. किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए अडानी के कोल्ड स्टोरेज के बाहर भारी पुलिस बल तैनात रही.

संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले सेब किसानों ने अडानी समूह के तीनों सेब खरीद केंद्रों का घेराव किया.

सेब किसानों का आरोप है कि अडानी ग्रुप तय रेट से कम रेट पर सेब खरीद रहा है. जबकि पिछले दो साल में उत्पादकों की लागत बढ़ गई है.

राज्य की बीजेपी सरकार के लिए सेब उत्पादकों की नाराज़गी मुश्किल पैदा कर सकती है क्योंकि राज्य में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.

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