असम में दोबारा सत्ता में आने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। दरअसल इस साल देश के 5 राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिनमें से एक असम भी है। इसी कड़ी में कल देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असम के दौरे पर गए थे।
जहाँ पर उन्होंने एक जनसभा को भी संबोधित किया है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की जनता को लुभाने के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध असम की चाय का मुद्दा उठाया।
पीएम मोदी ने कहा कि देश को बदनाम किए जाने के लिए आज भारत की चाय पर सवाल किए जा रहे हैं।
पीएम मोदी ने दावा किया है कि योजनाबद्ध तरीके से भारत की चाय को बदनाम करने से जुड़े कुछ दस्तावेज सामने आए हैं। जिससे यह खुलासा होता है कि कुछ विदेशी ताकतें भारतीय चाय की पहचान मिटाने की फिराक में है।
पीएम मोदी द्वारा दिए गए इस बयान के बाद भाजपा विपक्षी नेताओं के निशाने पर आ गई है।
इस कड़ी में शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने भी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है। उन्होंने ट्विटर पर पीएम मोदी के बयान पर तंज कसते हुए लिखा है कि “असम की चाय खतरे में नहीं बल्कि एक फर्जी चायवाला खतरे में है।”
असम की चाय ख़तरे में नहीं बल्कि एक फर्ज़ी चायवाला ख़तरे में है ! pic.twitter.com/TFCFx69IVM
— Imran Pratapgarhi (@ShayarImran) February 8, 2021
इमरान प्रतापगढ़ी ने कांग्रेस द्वारा ट्विटर पर डाली गई एक तस्वीर को अपने ट्वीट में शेयर किया है।
जिसमें लिखा गया है कि केंद्र में भाजपा की सरकार है और असम में भी भाजपा की सरकार है। अगर फिर भी असम की चाय खतरे में है तो यह भाजपा सरकार की ही नाकामी है।
गौरतलब है कि बीते दिनों अंतरराष्ट्रीय हस्तियों ने किसान आंदोलन मामले में मोदी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। जिसके बाद से ही भाजपा नेता और उनके समर्थक तिलमिलाए हुए हैं।
दरअसल स्वीडेन की सामाजिक कार्यकर्ता ग्रेटा थनवर्ग के एक ट्वीट के बाद भाजपा सरकार ने भारतीय चाय को बदनाम किए जाने का मुद्दा उठाया है।