jignesh mevani
Jignesh Mevani
राजन राज

बीजेपी सरकार अपने गुजरात मॉडल की तारीफ करते कभी नहीं थकती। जब कभी नरेंद्र मोदी गुजरात का जिक्र करते हैं उनके चेहरे में एक अलग ही तेज दिखता है। लेकिन सच को सामने आने में कहां ज्यादा समय लगता है।

गुजरात देश के उन राज्यों में से है जहां गोहत्या पर बैन लगा हुआ है। लेकिन गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने विधानसभा में ये जानकारी दी है कि पिछले दो सालों में एक लाख 490 किलोग्राम गोमांस जब्त किया है। जबकि 3,462 गोवंश को कत्लखाने ले जाते हुए पाया गया। इनमें सबसे अधिक 747 मवेशी पंचमहल जिले में पकड़े गए।

गुजरात सरकार के मुताबिक, सूबे में सबसे ज्यादा 55 हजार 162 किलो बीफ सूरत से पकड़ा गया। इस मामले में अहमदाबाद दूसरे नंबर पर है, तो दाहोद तीसरे नंबर पर हैं।

विजय रूपाणी सरकार ने लगाया था बैन

साल 2017 में विजय रुपानी सरकार ने गुजरात विधानसभा में गोकशी के खिलाफ कानून बनाया था। जिसके तहत गोकशी करते पकड़े जाने पर उम्र कैद की सजा और पांच लाख रुपये का जुर्माने का प्रावधान किया गया था।

इतने सख्त कानून के बावजूद गुजरात में बीफ पकड़े जाने और गोकशी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। विपक्ष का हमला गुजरात के जाने-माने बहुजन नेता और विधायक जिग्नेश मेवानी ने रूपाणी सरकार पर जमकर निशाना साधा है।

बीजेपी सरकार पर तंज कसते हुए जिग्नेश मेवानी ने ट्वीट किया, ‘मुंह में राम, बगल में छुरी। गुजरात में 2 साल में एक लाख 490 किलो गोमांस पकड़ा गया। यह उसी गौ माता के बेटे का प्रदेश है, जो आज प्रधानमंत्री बने घूम रहे हैं। खैर, बोलिए जय श्री राम.’

यही नहीं बीजेपी का असली सच इससे पहले भी कई बार सामने आ चुका है। बीजेपी भले ही गोहत्या का जनता के सामने विरोध करती है लेकिन निर्वाचन आयोग की वित्तीय वर्ष 2013-2014 की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी ने भैंस के मीट को निर्यात करने वाली कंपनियों से 250 करोड़ रुपये का दान प्राप्त किया था।

कंपनियों ने यह पैसा लोकसभा चुनाव के दौरान दिया था। साल 2014-2015 में भी एक गोमांस निर्यात करने वाली कंपनी फ्रिगोरिफिको अलाना लिमिटेड ने पार्टी फंड में 50 लाख जमा कराए थे। यह लेनदेन विजया बैंक के माध्यम से किया गया था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here