लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले मीडिया की नींव मोदी सरकार के राज में पूरी तरह से खोखली हो चुकी है। जो मीडिया देश की जनता को सच दिखाने के लिए जाना जाता था। आज वही मीडिया टीआरपी और पैसों के लालच में फर्जी खबरें दिखा रहा है।

बीते कुछ वक्त से गोदी मीडिया पत्रकारिता की जगह चाटुकारिता करने में व्यस्त है। भाजपा समर्थक अभिनेत्री कंगना रनौत के पल-पल की खबर न्यूज़ चैनलों पर दिखाई जाती है।

वही देश में गरीब लोगों के घर तोड़े जा रहे हैं। किसान सड़कों पर उतर कर विरोध करने को मजबूर हो रहे हैं। लेकिन पैसों के बोझ के तले मीडिया इस कदर दब चुकी है कि ऐसी खबरें जनता के बीच पहुंचाई नहीं जा रही।

इस मामले में दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने गोदी मीडिया पर निशाना साधा है।

उनका कहना है कि देश के प्रधानमंत्री का योगा करना और मॉर्निंग वॉक पर जाना मीडिया के लिए बड़ी खबर बन चुका है। लेकिन हजारों किलोमीटर तक पैदल चलकर घर पहुंचने वाले मजदूरों के बारे में कोई बात नहीं की जाती।

कन्हैया कुमार ने ट्वीट कर कहा कि “ख़बरदाता ख़रीदे जा चुके हैं। इसलिए ही देश के प्रधान का आम खाना, मोर को दाना देना, मॉर्निंग वॉक पर योगा करना भी ख़बर है। मज़दूरों का दाने-दाने के लिए मोहताज होना, हज़ारों किलोमीटर पैदल चलना, अन्नदाता का दिन-रात सड़कों पर विरोध करना भी ख़बर नहीं है।”

गौरतलब है कि इस वक्त देश में बहुत ही कम ऐसे पत्रकार बचे है। जो जनता के बीच सच्चाई लाने का काम कर रहे हैं।

देश के चंद सच्चे और ईमानदार पत्रकारों को दबाने और धमकाने के लिए भाजपा तमाम कोशिशें करती रहती है।

आपको बता दें कि कल एनडीटीवी के प्राइम टाइम में पत्रकार रवीश कुमार ने देश में किसानों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन की पूरी रिपोर्टिंग की। जबकि ज्यादातर न्यूज़ चैनलों पर एनसीबी द्वारा दीपिका पादुकोण की पूछताछ की खबरें ही छाई रहीं।

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