कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद के पार्टी छोड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के फैसले की सियासी गलियारों में खूब चर्चा हो रही है।

दरअसल जितिन प्रसाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी के करीबी नेताओं में से एक माने जाते थे। उत्तर प्रदेश में जितिन प्रसाद एक प्रमुख ब्राह्मण चेहरा थे।

जो कि कांग्रेस के ब्राह्मण वोटबैंक को अपने पाले में लेने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे।

लेकिन अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव से पहले ही जितिन प्रसाद ने भाजपा में शामिल होकर कांग्रेस को बड़ा झटका दे दिया है।

इस मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कपिल सिब्बल ने जितिन प्रसाद और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस पार्टी के मंच से आप रोज भाजपा को गालियां देते थे।

सांप्रदायिक और देश विरोधी करार देते थे। आज आप उसी पार्टी में शामिल हो रहे हैं।

राजनीति में जब तक विचारधारा के आधार पर आगे नहीं बढ़ेंगे। तो ऐसा लगेगा कि यह प्रसाद पॉलिटिक्स है। उनका कहना है कि मेरी समझ से परे है कि जितिन प्रसाद जैसे नेता भाजपा में शामिल हो सकता है।

इसके साथ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर भी जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने पर सवाल उठाए हैं।

उन्होंने कहा है कि सवाल यह उठता है कि क्या भाजपा में उन्हें प्रसाद मिलेगा? या बस उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए उन्हें फंसाया गया है? ऐसे मामलों में अगर विचारधारा मायने नहीं रखती तो बदलाव आसान होता है।

इसके साथ ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने यह भी कहा है कि इस वक्त पार्टी में सुधारों की काफी ज्यादा जरूरत है। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को इस मामले में कड़े फैसले लेने होंगे।

दरअसल जितिन प्रसाद के कांग्रेस छोड़ भाजपा में जाने के बाद से ही कांग्रेस आलाकमान में एक बार फिर से अंतर्कलह के संकेत मिल रहे हैं।

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