ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा अक्सर अपने फायरब्रांड बयानों की वजह से जानी जाती हैं. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पूरी भारतीय जनता पार्टी के प्रति महुआ मोइत्रा के तेवर बेहद तल्ख होते हैं.
कभी लोकसभा में अपने भाषण के जरिए तो कभी मीडियाकर्मियों से बातचीत के जरिए और सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाली सांसद महुआ मोइत्रा के बयानों के तीर बीजेपी को अक्सर घायल करते रहते हैं.
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का बेटा आशीष मिश्रा उर्फ मोनू 130 दिन जेल में बिताने के बाद बेल पर बाहर आ गया.
इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए महुआ मोइत्रा ने ट्वीट किया कि “जब सीएए कानून के विरोध में सामाजिक कार्यकर्ताओं को जमानत मिली तो यूपी की योगी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया, पर जब बर्बरता के आरोपी आशीष मिश्रा को जमानत मिली तो सरकार चुप क्यों बैठी है?
UP govt moved SC against cancellation of bail to 3 anti CAA activists accused of vandalim sits back quietly as Ashish Mishra accused of running over farmers drives away from jail in SUV.
Hai UP! Ram Raj Mein Tera Sahib Nanga..
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) February 15, 2022
महुआ मोइत्रा ने कहा कि आशीष मिश्रा एक बर्बर कांड का आरोपी है, उसने आंदोलनरत किसानों के ऊपर एसयूवी चढ़ा कर कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया. उसकी जमानत रद्द कराने के लिए यूपी सरकार सुप्रीम कोर्ट क्यों नहीं जाती ?
महुआ ने आगे लिखा है कि हाय यूपी! राम राज में तेरा साहिब नंगा हो गया !
आपको बता दें कि पिछले साल 3 अक्टूबर को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और भाजपा नेता का बेटा आशीष मिश्रा पर आरोप लगा था कि वह एक एसयूवी चला रहे थे.
उस दौरान तीनों कृषि बिलों के खिलाफ किसानों का आंदोलन चल रहा था और उन्होंने आंदोलन कर रहे किसानों के उपर जान बूझकर एसयूवी चढ़ा दिया था. इस कांड में चार किसानों और एक पत्रकार को कुचलकर मार डाला गया था.
मामले को लगातार टालने की कोशिश की जा रही थी लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसमें हस्तक्षेप किया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
इस घटनाकांड का वो वीडियो देश दुनिया में वायरल हुआ, इसमें किसानों के उपर एसयूवी चढ़ाया गया. इस घटना की पूरी दुनिया में निंदा हुई थी.
इस घटना की प्रतिक्रिया में हुई हिंसा में भाजपा के भी दो कार्यकर्ता और आठ अन्य लोगों की मौत हुई थी.