कांग्रेस अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी संभालने के बाद से ही मल्लिकार्जुन खड़गे और बीजेपी के बीच वाक युद्ध जारी है, अमूमन राहुल गांधी पर हमलावर बीजेपी के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे ने नया मोर्चा खोल दिया है, पीएम मोदी से लेकर आरएसएस तक खड़गे के निशाने पर हैं, चुनावी मैदान में बयानों का असर सदन में भी दिखाई दिया।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के एक बयान को लेकर मंगलवार को राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ।
राज्यसभा में नेता सदन पीयूष गोयल ने कहा कि “मल्लिकार्जुन खड़गे ने अलवर में बेहद अभद्र भाषा का प्रयोग किया है। गोयल ने कहा कि जब तक खड़गे अपने बयान के लिए माफी नहीं मांगते तब तक उन्हें इस सदन में रहने का कोई अधिकार नहीं है”।
उनके इस बयान पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वह माफी क्यों मांगेंगे। उन्होंने कहा कि “पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने देश के लिए अपनी जान दी, आपने इस देश के लिए क्या किया। खड़गे ने कहा कि उन्होंने यह बयान इस सदन के बाहर दिया था ना कि अंदर और इस बात की चर्चा यहां नहीं होनी चाहिए”।
इन दिनों राजस्थान में चल रही कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के तहत अलवर में आयोजित एक सभा में खड़गे ने सोमवार को कहा था कि “देश को हमने आजादी दिलाई है और देश की एकता के लिए इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने अपनी जान कुर्बान की थी।
खड़गे ने सवाल पूछा था कि हमारी पार्टी के नेताओं ने इस देश के लिए जान दी थी, आप लोगों ने क्या किया। आपके घर में देश के लिए कुत्ता भी मरा है, क्या किसी ने कोई कुर्बानी दी है लेकिन फिर भी वह लोग अपने आप को देशभक्त बताते हैं और हम कुछ भी कहें तो हमें देशद्रोही”।
इसी बयान पर हंगामे के बीच राज्यसभा के उपसभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि सदन के बाहर दिए बयान पर सदन में चर्चा नहीं हो सकती.
वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में कहा, “जो मैंने बाहर कहा था, अगर वह इस सदन के भीतर कहूंगा तो इन लोगों के लिए काफी मुश्किल खड़ी हो जाएगी।” उन्होंने कहा कि आजादी के वक्त अंग्रेजों से माफी मांगने वाले लोग हमसे माफी मांगने की बात कर रहे हैं।
खड़गे के इस बयान पर बीजेपी के सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया और सदन में शोरगुल होने लगा। राज्यसभा के उपसभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि हम लोग बच्चे नहीं हैं और हर एक सदस्य को सदन चलाने में योगदान देना चाहिए।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीते महीने गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रावण की तरह 100 सिर वाला बयान दिया था। तब इसे बीजेपी ने मुद्दा बना लिया था और देशभर में जोरदार हंगामा हुआ था।