भारत में कोरोना महामारी के दौरान कई राज्यों में ऑक्सीजन और वैक्सीन की कमी की वजह से हजारों लोगों की मौत हुई थी। अब केंद्र सरकार ने दावा किया है कि देश में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई।
मोदी सरकार के इस बयान पर विपक्षी दलों ने पलटवार करना शुरू कर दिया है। इस कड़ी में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा है।
मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि सरकार के पास ना तो ऑक्सीजन थी, ना ही वैक्सीन।
ऑक्सीजन के अभाव में लोग मर रहे थे तो उनके शवों को गंगा में बहाया गया। इसके बावजूद हमारे देश के प्रधानमंत्री कहते हैं कि उत्तर प्रदेश भारत का नंबर वन राज्य है।
क्या इन्हें शर्म नहीं आती कि एक तो लोगों को दवा नहीं मिलती। कोरोना वैक्सीन नहीं मिलती। यही नहीं कोरोना से मरने वाले लोगों का अंतिम संस्कार तक नहीं होने दिया गया।
हमने पश्चिम बंगाल में कोरोना से मरने वाले लोगों के अंतिम संस्कार का पूरा बंदोबस्त किया। यह हमारा काम नहीं था। यह आपके उत्तर प्रदेश का ही काम था।
सरकार कह रही है कि देश में ऑक्सीजन की वजह से एक भी मौत नहीं हुई। यह सिर्फ बयानबाजी हैं। सच्चाई यह है कि कोरोना की तीसरी लहर आने वाली है और इसके लिए भी सरकार ने कोई तैयारी नहीं की है।
इसके अलावा पेगासस जासूसी मामले में भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस तरह से दूसरे नेताओं की जासूसी करवाने पर बहुत पैसा खर्च कर रही है।
सुप्रीम कोर्ट को पेगासस जासूसी मामले में स्वत संज्ञान लेने की जरूरत है। भाजपा देश को अंधकार की तरफ ले जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि देश की स्थिति बहुत ही खराब है। हम पूरे देश के विकास में विश्वास रखते हैं। लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सिर्फ अपनी पार्टी की ही चिंता है।