कर्नाटक के मंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बम रखने के आरोपी युवक ने बुधवार को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। बता दें कि हवाई अड्डे के टिकट काउंटर के पास सोमवार को एक लावारिस बैग में जिंदा बम मिल था।
बम मिलने के बाद से इसे रखने वाले की तलाश की जा रही थी। ये तलाश उस वक्त ख़त्म हो गई जब पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दफ्तर में बुधवार सुबह एक शख्स पहुंचा और कहने लगा कि मैंने ही एयरपोर्ट पर वह संदिग्ध बैग रखा, जिसमें ज़िंदा बम था।
आरोपी की पहचान मणिपाल निवासी 36 वर्षीय आदित्य राव के रूप में हुई है। वह इंजीनियरिंग में स्नातक और एमबीए डिग्रीधारक है। बताया जा रहा है कि आरोपी आदित्य ने एयरपोर्ट पर बम इसलिए रखा क्योंकि वह नौकरी न मिलने से हताश था।
न्यूज़ एजेंसी पीटाई के मुताबिक, आदित्य नौकरी की तलाश में 2012 में बेंगलुरु आया था। उसे बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर नौकरी के लिए कुछ दस्तावेज़ न होने के कारण मना कर दिया गया था। इसका बदला लेने के लिए उसने इस घटना को अंजाम दिया।
आत्मसमर्पण किए जाने के बाद आदित्य को हालासुर पुलिस की टीम ने शख्स को हिरासत में ले लिया है। आदित्य को हालासुर गेट पुलिस स्टेशन ले जाया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि मामले में अब तक किसी भी ग्रुप की कोई संबद्धता नहीं मिली है। जांच के बाद मामले की जानकारी दी जाएगी।
बता दें मंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टिकट काउंटर के पास सोमवार को एक लावारिस बैग मिला था। जिसमें आईईडी बम बरामद किया गया था। बम मिलने से वहां हड़कंप मच गया था। बाद में आईईडी को निष्क्रिय कर दिया गया था।