सत्ता के दुरुपयोग को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने बीजेपी पर तीखा हमला बोला है। मायावती ने एक के बाद एक ट्वीट करके कहा कि, ‘भाजपा सत्ता का घोर दुरुपयोग करके विधायकों को तोड़ने का काम कर रही है, ये देश के लोकतंत्र को कलंकित करने वाला है।’
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि, “बीजेपी ईवीएम में गड़बड़ी व धनबल आदि से केंद्र की सत्ता में दोबारा आ गई लेकिन सन 2018 व 2019 में देश में अबतक हुए सभी विधानसभा आमचुनाव में अपनी हार की खीज अब वह किसी भी प्रकार से गैर-बीजेपी सरकारों को गिराने के अभियान में लग गई है। जिसकी बीएसपी कड़े शब्दों में निंदा करती है।”
बीजेपी ईवीएम में गड़बड़ी व धनबल आदि से केन्द्र की सत्ता में दोबारा आ गई लेकिन सन् 2018 व 2019 में देश में अबतक हुए सभी विधानसभा आमचुनाव में अपनी हार की खीज अब वह किसी भी प्रकार से गैर-बीजेपी सरकारों को गिराने के अभियान में लग गई है जिसकी बीएसपी कड़े शब्दों में निन्दा करती है।
— Mayawati (@Mayawati) July 11, 2019
मायावती ने ट्वीटर पर अपने दूसरे ट्वीट में कहा कि, “बीजेपी एक बार फिर कर्नाटक व गोवा आदि में जिस प्रकार से अपने धनबल व सत्ता का घोर दुरुपयोग करके विधायकों को तोड़ने आदि का काम कर रही है, वह देश के लोकतंत्र को कलंकित करने वाला है। वैसे अब समय आ गया है जब दलबदल करने वालों की सदस्यता समाप्त हो जाने वाला सख्त कानून देश में बने।”
बीजेपी एक बार फिर कर्नाटक व गोवा आदि में जिस प्रकार से अपने धनबल व सत्ता का घोर दुरुपयोग करके विधायकों को तोड़ने आदि का काम कर रही है वह देश के लोकतंत्र को कलंकित करने वाला है। वैसे अब समय आ गया है जब दलबदल करने वालों की सदस्यता समाप्त हो जाने वाला सख्त कानून देश में बने।
— Mayawati (@Mayawati) July 11, 2019
इससे पहले मायावती ने रविवार को प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए कहा था कि, “ऐसे समय में जब देश की एक बड़ी आबादी का जीवन जबरदस्त महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, बीमारी, अशिक्षा जैसी बुनियादी समस्याओं से त्रस्त होकर रोजी-रोटी के लिए तरस रही है। पीएम उनके लिए केक की बात कर रहे हैं। यही सत्ता का अहंकार है और यही निरंकुशता है जिससे आज पूरा देश झुलस रहा है।”
अतः आज बीजेपी सरकार में देश क्या उसी रास्ते पर चल रहा है जिस प्रकार फ्रांसीसी क्रान्ति के समय कहा गया कि अगर लोगों के पास खाने को रोटी नहीं है तो वे केक क्यों नहीं खाते? वास्तव में जुमलेबाजी त्याग कर सरकार को देश की 130 करोड़ जनता की मूलभूत समस्याओं के प्रति गंभीर होना होगा।
— Mayawati (@Mayawati) July 7, 2019