
मेघालय के गृह मंत्री लखमेन रिंबुई ने शिलांग में एक पूर्व उग्रवादी नेता को पुलिस द्वारा गोली मारने के मामले में हुई हिंसा के बीच अपना इस्तीफा दिया है।
साथ ही रिंबुई ने मुख्यमंत्री संगमा से आत्मसमर्पण करने वाले प्रतिबंधित हाइनीवट्रेप नेशनल लिबरेशन काउंसिल के स्वयंभू महासचिव चेरिस्टरफील्ड थांगख्यू को गोली मारने के मामले की न्यायिक जांच करने का भी अनुरोध किया।
मेघालय में पूर्व विद्रोही नेता चेरिशस्टारफील्ड थांगख्यू के सरकार द्वारा एनकाउंटर के बाद से राज्य में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है।
सरकार का विरोध कर रहे लोगों ने मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा के निजी आवास पर रविवार को पेट्रोल बम तक से हमला किया है।
हिंसा और विरोध प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए शिलॉन्ग में दो दिन का कर्फ्यू लगाया गया है।
वहीं तोड़फोड़ और आगजनी की खबरों के बाद हालात और बुरे ना हों इसलिए राज्य के कई हिस्सों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी अस्थाई तौर पर बंद की गई हैं।
पुलिस ने जानकारी दी कि मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा के आवास पर रविवार रात अराजक तत्वों ने पेट्रोल बम से हमला किया।
उनके मुताबिक घटना रात करीब सवा दस बजे की है जब गाड़ी पर सवार उपद्रवियों ने ऊपरी शिलांग के थर्ड माइल में स्थित मुख्यमंत्री के निजी आवास में पेट्रोल से भरी दो बोतलें फेंकी थीं।
शिलॉन्ग के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि घटना में किसी तरह की जान माल की हानि नहीं हुई है। अधिकारी ने आगे ये भी कहा कि पहली बोतल परिसर के अगले हिस्से में और दूसरी बोतल पिछले हिस्से में फेंकी गई थी।
भले ही ड्यूटी पर तैनात चौकीदार ने आग फौरन बुझा दी, लेकिन फिर भी मुख्यमंत्री आवास पर ऐसा हमला करना लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।
स्वतंत्रता दिवस जैसे महत्वपूर्ण मौके पर मेघालय की राजधानी और आसपास के इलाकों में तोड़फोड़ और आगजनी के बाद राज्य सरकार ने शिलांग में कर्फ्यू लगा दिया है और साथ ही चार जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी लगा दी गई है। 13 अगस्त को थांगख्यू की गोली मारकर हत्या की गई थी।
मेघालय में हुए सिलिसिलेवार आईईडी धमाकों के संबंध में थांगख्यू के घर पर छापेमारी के दौरान थांगख्यू ने पुलिस टीम पर कथित रूप से चाकू से हमला करने का प्रयास किया था।
इसकी जवाबी कार्यवाही में पुलिस ने गोली चलाकर चेरिश्टारफील्ड थांगख्यू की हत्या करनी पड़ी।