प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही देश के विकास के लिए नई योजनाओं को लेकर दम भर रहे हों, लेकिन हक़ीक़त यह है कि उनकी पुरानी योजनाएं नाकाम साबित हुई हैं। ऐसी नाकाम योजनाओं में से एक है उनकी सांसद आदर्श ग्राम योजना।
पीएम मोदी की सांसद आदर्श ग्राम योजना किस कदर नाकाम रही है, इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिस गांव को उनके मंत्री ने इस योजना के तहत गोद लिया था, वहां अब बीजेपी के ख़िलाफ ग़ुस्सा है।
दरअसल, केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले के कचैड़ा गांव को सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिया था। इस गांव के लोगों ने अब बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
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गांव के लोग बीजेपी से इस कदर नाराज़ हैं कि उन्होंने गांव के बाहर से लेकर अंदर तक बोर्ड लगा दिया है, जिसमें लिखा हुआ है कि ‘बीजेपी वालों का गांव में आना सख़्त मना है। इस बोर्ड में यह भी उल्लेख किया गया है कि यह गांव सांसद महेश शर्मा द्वारा गोद लिया गया है।
गांव के लोगों ने महेश शर्मा पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं। गांव वालों का कहना है कि इलाके के सांसद महेश शर्मा ने इलाके के विकास पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने बिल्डरों से मिलकर उनकी जमीनों पर कब्जा करवाया और किसानों की खड़ी फसलों को बर्बाद कर दिया।
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गांव के लोगों ने बताया कि महेश शर्मा के खिलाफ अक्टूबर 2018 से ही विरोध चल रहा है। उन्हें इस विरोध की कीमत भी चुकानी पड़ी है। विरोध करने वालों को पुलिस की पिटाई झेलनी पड़ी। उनका कहना है कि 84 किसानों को 14 दिनों तक जेल में बंद रखा गया।