बीते साल मोदी सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद राज्य के कई प्रमुख नेताओं को हिरासत में लिया गया था। जिनमें जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला भी एक हैं। हाल ही में फारूक अब्दुल्ला को रिहा किया गया है।

जिसके बाद मीडिया को दिए गए एक इंटरव्यू में फारूक अब्दुल्ला ने मोदी सरकार पर जुबानी हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने का मोदी सरकार का यह कदम अप्रत्याशित था।

मैं एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिला था लेकिन उन्होंने हमें ऐसा कोई संकेत नहीं दिया। जबकि जम्मू कश्मीर में अमरनाथ यात्रा रद्द कर दी गई।

सैलानियों को राज्य से बाहर किया जा रहा था, सेना को हर तरफ बढ़ा दिया गया। यह सब अजीब लग रहा था जैसे कि पाकिस्तान से युद्ध छिड़ चुका हो या फिर कुछ और। लेकिन पीएम मोदी ने इस मामले में हम से कुछ नहीं कहा।

इस मामले में बात करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री मोदी को और ईमानदार होने और वास्तव में तथ्यों का सामना करने का अनुरोध किया है। उनका कहना है कि कोई भी भारत सरकार पर विश्वास नहीं कर सकता। यह असंभव है एक दिन भी ऐसा हो जब वह झूठ नहीं बोलते हो।

दरअसल मोदी सरकार द्वारा यह दावा किया गया था कि फारूक अब्दुल्ला को हिरासत में नहीं लिया गया है। इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह बहुत ही हैरान करने वाला फैसला था।

यह कुछ ऐसा था जिसकी मैंने कभी उम्मीद नहीं की थी। मेरे फोन को काट दिया गया था मैं इंग्लैंड में अपनी बेटी के साथ बात भी नहीं कर सकता था।

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