मोदी सरकार के शासनकाल में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में जिस कदर इजाफा हो रहा है। ऐसा इससे पहले किसी भी सरकार के कार्यकाल में नहीं हुआ।

ऐसा पहली बार हुआ है कि देश के ज्यादातर राज्य में इस वक्त पेट्रोल और डीजल की कीमतें 100 रुपए प्रति लीटर से ऊपर चल रही है।

‘अच्छे दिनों’ का दावा करने वाली मोदी सरकार ने जनता को गरीबी और बेरोजगारी की तरफ धकेलने का काम किया है।

बीते महीने से ही पेट्रोल और डीजल की कीमतें बेहताशा बढ़ाई जा रही है। जिसके चलते मोदी सरकार विपक्षी नेताओं के निशाने पर भी बनी हुई है।

हर दिन तमाम विपक्षी दलों के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मुद्दे पर सवालों के कटघरे में खड़ा कर रहे हैं।

मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा के तमाम बड़े नेताओं ने इस मुद्दे पर या तो चुप्पी साध रखी है या फिर अजीबोगरीब बयानबाजी की है।

इसी बीच मुंबई में महाराष्ट्र सरकार की सहयोगी पार्टी NCP के कार्यकर्ताओं ने पेट्रोल डीजल की बढ़ी कीमतों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है।

NCP कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के होर्डिंग पर स्याही फेंक कर अपना रोष जाहिर किया है। इस दौरान ‘मोदी सरकार हाय हाय’ और ‘मोदी हटाओ देश बचाओ’ के नारेबाजी भी की गई।

बताया जाता है कि इस विरोध प्रदर्शन के चलते कई एनसीपी कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा हिरासत में दिया गया है।

पुलिस ने इन कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले जाने के पीछे कारण दिया है कि कोरोना काल में भीड़ का इकट्ठा होना गैर जिम्मेदाराना व्यवहार को दर्शाता है।

आपको बता दें कि महाराष्ट्र में एनसीपी के साथ-साथ शिवसेना के नेता संजय राउत और कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी पेट्रोल डीजल की बढ़ रही कीमतों पर प्रधानमंत्री मोदी को घेर रहे हैं। विपक्षी नेताओं का कहना है कि मोदी सरकार ने आम जनता को महंगाई के बोझ तले दबा दिया है।

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