देश के गृह मंत्री अमित शाह हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी संभाले नजर आ रहे थे। खासतौर पर पश्चिम बंगाल में गृहमंत्री ने एक के बाद एक कई राजनीतिक दौरे किए।

गृहमंत्री अमित शाह द्वारा किए गए कई रोड शो सोशल मीडिया पर सुर्खियां भी बने रहे। दरअसल देश में पहली कोरोना महामारी के दौरान भाजपा का बड़े स्तर पर किया गया चुनाव प्रचार कई राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी का कारण बना है। लेकिन चुनाव में हारने के बाद से गृहमंत्री अमित शाह गायब हैं।

इसी कड़ी में आज कांग्रेस की छात्र इकाई नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया द्वारा देश के गृहमंत्री अमित शाह के गुमशुदा की ऑनलाइन रिपोर्ट दर्ज करवाई है।

जिसकी तस्वीर भी मीडिया पर वायरल हो रही है। इस मिसिंग पर्सन रजिस्ट्रेशन अकनॉलेजमेंट की तारीख 12 मई 2021 है।

ऑनलाइन गुमशुदा रिपोर्ट के पीछे कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई का आरोप है कि देश के गृहमंत्री अमित शाह कोरोना महामारी में काम करते हुए नजर नहीं आ रहे हैं।

इस मामले में एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव और मीडिया प्रभारी मुकेश चुग ने कहा है कि साल 2013 तक गृह मंत्री अमित शाह देश के नागरिकों के प्रति जिम्मेदार भूमिका निभा रहे थे। लेकिन इसके बाद मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से माहौल पूरी तरह बदल चुका है।

अब देश में भले ही कोई आपदा आए या कुछ और हो जाए इसकी जिम्मेदारी कोई भी नेता नहीं उठाते हैं। भारत में फैली कोरोना महामारी में भी देश के दो शीर्ष जिम्मेदार नेता गायब नजर आ रहे हैं।

जब देश के लोगों ने उन्हें अपने जनप्रतिनिधि चुना था। तो उन्होंने बड़े-बड़े दावे किए थे। लेकिन जब लोगों को उनकी जरूरत है तो वह गायब हो जाते हैं।

इस मामले में एनएसयूआई के राष्ट्रीय महासचिव नागेश करिअप्पा ने गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ लापता होने की शिकायत दर्ज करवाते हुए कहा है कि आप देश के गृहमंत्री हैं या सिर्फ भाजपा के।

भारत के नागरिक इस वक्त संकट में है। ऐसे में आप पार्टी के प्रति ही नहीं बल्कि पूरे देश के प्रति जवाबदेही रखते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि देश के गृहमंत्री को जल्द ही ढूंढ लिया जाएगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here