उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो की एक्वा लाइन का उद्घाटन किया. इसके साथ ही सीएम योगी यहाँ कई विकास कार्यों का शिलान्यास भी करेंगे. लेकिन, एक बार फिर योगी का मेट्रो का फीता काटना विवादों में घिर गया है.

समाजवादी पार्टी ने सीएम योगी पर एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के द्वारा शुरू किए गए काम का ‘फीता’ काटने की बात कह रही है.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब से सत्ता संभाली है तब से उनपर आरोप लग रहे हैं कि वो पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार के कार्यकाल में किए गए विकासकार्यों का उद्घाटन कर रहे हैं.

मुख्यमंत्री योगी, अखिलेश सरकार के द्वारा शुरू किए गए ऐसे ही एक और विकास कार्य नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो की एक्वा लाइन का उद्घाटन कर रहे हैं. इससे पहले जगजाहिर है कि, अखिलेश यादव सरकार द्वारा करवाए गए नोएडा मेट्रो (मैजंटा लाइन) और लखनऊ मेट्रो के काम का श्रेय योगी सरकार ने अपना बताकर ले किए था.

जबकी नोएडा और लखनऊ मेट्रो का काम अखिलेश यादव ने शुरू करवाया था. बाद में उद्घाटन करते समय सीएम योगी और पीएम मोदी ने अखिलेश यादव को समारोह में बुलाया तक नहीं. यही काम योगी ने फिर अखिलेश यादव को ना बुलाकर किया है!

गौरतलब है कि, पिछले साल गाजियाबाद में अखिलेश यादव सरकार में देश का सबसे लम्बा एलिवेटेड रोड बनकर तैयार हुए लेकिन उसका भी ‘फीता’ सीएम योगी आदित्यनाथ ने काटा. यह एलिवेटेड रोड 9 किलोमीटर लम्बा है। इस रोड की शुरुआत 1470 करोड़ की लागत से 2014 में हुई थी.

यानि अखिलेश सरकार के कार्यकाल में तीन साल पहले काम शुरू हुआ और जब काम पूरा हो गया तो सीएम योगी ने इस रोड का ‘फीता काटकर उद्घाटन कर दिया. लोकतंत्र में जनता जनार्दन ही सबकुछ है, वैसे जनता सबकुछ है यह महज कहने भर को है लेकिन, देश में क्या कुछ हो रहा है ‘जनता’ सब जानती है।

ज़रूरत है तो उसे बस याद दिलाने की। यहाँ जनता की बात इसीलिए की जा रही है क्योंकि जनता इस बात की गवाह है कि किस सरकार ने कौन सी योजना चलाई वो उसे पता है।

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