दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का विरोध करना अब बेहद जोखिम भरा हो गया है। आए दिन प्रदर्शनकारियों पर हमले की ख़बरें सामने आ रही हैं। ताज़ा मामला जामिया यूनिवर्सिटी से सामने आया है। जहां बीती रात एक बार फिर से प्रदर्शनकारियों को डराने के लिए फायरिंग की गई।
इस घटना पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ़ असदुद्दीन ओवैसी ने ग़ुस्सा ज़ाहिर किया है। उन्होंने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान मोदी सरकार को इस घटना के लिए ज़िम्मेदार बताते हुए कहा कि सरकार बच्चों पर जुल्म कर रही है। बच्चों को गोली मारी जा रही है।
उन्होंने जामिया के छात्रों को समर्थन देने का ऐलान करते हुए कहा कि हम तमाम जामिया के बच्चों के साथ हैं, यह हुकूमत बच्चों पर जुल्म कर रही है, यह जानते हैं की एक बच्चे की आंख चली गई है, बेटियों को मार रहे हैं। बताएं क्यों मार रहे हैं? शर्म नहीं है इनको बच्चों को मार रहे हैं, गोलियां मार रहे हैं।
जामिया छात्रों को बेरहमी से पीटने वाली दिल्ली पुलिस ‘आतंकी गोपाल’ के सामने हाथ बांधे खड़ी रही, क्यों?
बता दें कि नागरिकता संशोधन ऐक्ट (CAA) के विरोध में जामिया के छात्र पिछले करीब एक महीने से शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं। इन छात्रों की सरकार से मांग है कि वो नागरिकता कानून को वापस ले। लेकिन सरकार उनकी इस मांग को नहीं सुन रही। जिसके चलते वो पिछले एक महीने से जामिया के बाहर धरने पर बैठे हैं।
छात्रों के इस धरने को हिंसा के ज़रिए ख़त्म कराने की कोशिशें भी की जा रही हैं। धरने की शुरुआत में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठियां बरसाईं और अब गुंडे उनपर गोलियां चला रहे हैं। बीती रात हुई फायरिंग से चार दिन पहले ही गोपाल नाम के एक शख़्स ने प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग कर दी थी। जिसमें शादाब नाम का एक छात्र घायल हो गया था।