मध्यप्रदेश कांग्रेस के 8 विधायक हरियाणा के मानेसर होटल में बंद रखे गए जिसके पीछे तथा कथित तौर पर भाजपा का हाथ है। माना जा रहा है कि भाजपा बृहस्पतिवार को तीन-चार विधायकों को भी बेंगलुरु ले गई थी।
इस सबके लिए कांग्रेस बीजेपी को सीधे कठघरे में खड़ा कर रही है कि बीजेपी विधायकों की खरीद फरोख्त कर रही है। वहीँ इस मामले को लेकर बिहार के नेता और जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा-
प्रधानमंत्री ने कहा- लड़ाई देशहित और दलहित के बीच है। PM के मुंह से सच निकल ही गया। दलहित और अपना चेहरा चमकाने के चक्कर में वह देशहित का बेड़ा गर्क कर रहे हैं। देश पर कोरोना वायरस का खतरा मंडरा रहा है। PM और उनकी पार्टी MP में MLA खरीद कांग्रेस सरकार गिरा BJPसरकार बनाने में जुटे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा लड़ाई देशहित और दलहित के बीच है।PM के मुंह से सच निकल ही गया।दलहित और अपना चेहरा चमकाने के चक्कर में वह देशहित का बेड़ा गर्क कर रहे हैं
देश पर कोरोना वायरस का खतरा मंडरा रहा है।PM और उनकी पार्टी MP में MLA खरीद कांग्रेस सरकार गिरा BJPसरकार बनाने में जुटे हैं।
— Sewak Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) March 4, 2020
आपको बता दे कि मध्य प्रदेश में सत्ता आने के लिए 228 में से 115 सीटें जीतना जरूरी है । कांग्रेस ने 7 गैर – कांग्रेसी विधायकों के साथ यहां सरकार बनाई थी और अगर घटनाक्रम के पीछे भाजपा है तो हो सकता है कांग्रेस को सत्ता खोना पड़ जाए।
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ठीक कुछ ऐसा ही पॉलिटिकल ड्रामा पिछले वर्ष कर्नाटक में हुआ था जब कांग्रेस के 10 और जेडीएस के 3 विधायकों को मुंबई के एक होटल में ले जाया गया था। वहां भी कांग्रेस नेताओं को अपने विधायकों से नहीं मिलने दिया गया था। उसके बाद सभी 13 विधायकों ने अपने पदों से इस्तीफा दिया था और कुमार स्वामी की सरकार गिर गई थी।
विधायकों के इस्तीफे को लेकर काफी हंगामा हुआ लेकिन आखिरकार इस्तीफा स्वीकार करने के बाद वाई एस येदुरप्पा के नेतृत्व में भाजपा ने सरकार बनाया। कुछ ऐसी ही आशंकाएं मध्य प्रदेश के लिए भी दिख रही हैं। दोनों पार्टियों के बीच रस्साकशी जारी अब मध्यप्रदेश में भी आशंकाएं बनी हुई है कि अगर कांग्रेस के चार विधायक बगावत करते हैं तो यहां भी कांग्रेस की सरकार जा सकती है।