15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के युवाओं के लिए बड़े स्तर पर रोजगार देने की घोषणा की है।

इससे पहले साल 2019 के आजादी दिवस के मौके पर भी पीएम मोदी ने यही दावा किया था। भाजपा सरकार के इन दावों की पोल देश में फैली बेरोज़गारी ने खोल दी है।

देश के कई राज्यों में युवाओं द्वारा रोजगार की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला जा रहा है।

इस कड़ी में बीते दिन साल 2018 की स्टाफ सिलेक्शन कमीशन की जीडी भर्ती में देरी के चलते अभ्यर्थियों द्वारा दिल्ली के जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन निकाला गया था।

इस दौरान प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच नोकझोंक की खबरें सामने आई हैं।

बताया जाता है कि सुरक्षाकर्मियों द्वारा अभियार्थियों के साथ पूरी तरह से मारपीट की गई। उन्हें बस में बिठा कर मंदिर मार्ग ले जाया गया। जहां अभ्यार्थियों ने अर्धनग्न हालत में ही विरोध दर्ज कराया।

इस मामले में कांग्रेस की महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गाँधी ने मोदी सरकार पर हमला बोला है।

उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि छात्र-छात्राएं परीक्षा पास कर चुके हैं। पद खाली पड़े हैं। लेकिन रोजगार मांगने पर SSC-GD के अभ्यर्थी छात्र-छात्राओं को लाठियां मिल रही हैं। युवाओं को लाठियां मारने से नहीं, रोजगार देने से मजबूत भारत बनेगा।

रोजगार की मांग कर रहे अभियर्थियों द्वारा सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन युवा हल्ला बोल के बैनर तले आयोजित किया गया था।

जिसमें उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, असम सहित कई अन्य राज्यों के विद्यार्थी विरोध दर्ज कराने के लिए पहुंचे थे।

उनका कहना है कि 3 साल से सरकार ने जीडी भर्ती की प्रक्रिया को रोक रखा है। इससे पहले जुलाई महीने में भी सरकार के खिलाफ इस संदर्भ में विरोध प्रदर्शन किया गया था।

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