कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद कांग्रेस नेता चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री कुर्सी सौंप दी गई है।

पंजाब के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी उसके बाद से ही सुर्ख़ियों में बने हुए हैं। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को लेकर कांग्रेस के अंदरखाने भी असंतोष देखने को मिल रहा है।

इसी बीच पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अपनी सुरक्षा को कम किए जाने का ऐलान किया है।

उनका कहना है कि मैं एक आम आदमी हूं। जो कि आप में से ही एक है। मुझे अपने ही भाइयों से सुरक्षित रहने के लिए हजार सुरक्षाकर्मियों की सेना नहीं चाहिए।

पंजाब के कपूरथला में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि मैं जिस दिन का मुख्यमंत्री बना हूं। उस दिन से परेशान हो गया हूँ। मुझे लग रहा है कि मैं कहीं फंस गया हूं। क्योंकि मेरे इतनी इतनी ज्यादा सिक्योरिटी है।

उनका कहना है कि मैं एक आम इंसान हूं। मेरी सिक्योरिटी में हजार लोग और 200 गाड़ियां लगी हुई है। मैंने अपने सचिव राहुल तिवारी से अपनी सिक्योरिटी कम करने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि इंटेलिजेंस ने सिक्योरिटी काम नहीं करने के लिए कहा है।

मैंने उनसे कहा कि मुझे मार कर किसी को क्या मिलेगा मेरी सिक्योरिटी हटा दो। अगर कुछ भी हुआ तो मैं उसकी जिम्मेदारी लूंगा।

मैं कोई सुखबीर बादल नहीं हूं जो अपने साथ इतने गनमैन लेकर चलूं। पंजाब में कई राजनेताओं ने कमरे जितनी बड़ी गाड़ियां खरीद रखी है।

सिक्योरिटी को भी स्टेटस सिंबल बना कर रखा है। जितना पैसा इस सब पर खर्च किया जा रहा है। उसे गरीबों पर खर्चा किया जाए।

मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का कहना है कि जितनी सुरक्षा की जरूरत होगी। अपने ही सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने पंजाब के अन्य नेताओं की सुरक्षा की भी समीक्षा करने की बात कही है।

बताया जाता है कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने पंजाब सरकार से वीआईपी कल्चर खत्म करने की बात कही है।

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