नागरिकता कानून के विरोध में छात्रों द्वारा किए जा रहे आंदोलनों के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बड़ी चुनौती दे डाली है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी में हिम्मत है तो सुरक्षा के बगैर किसी भी विश्वविद्याय में जाकर दिखाएं।
राहुल गांधी ने नागरिकता कानून को लेकर विपक्षी पार्टियों के साथ हुई बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में ये बात कही। उन्होंने कहा कि देश में युवाओं की समस्या पर चर्चा करने के बजाए नरेंद्र मोदी उन मुद्दों से ध्यान भटका रहे हैं और लोगों को बांट रहे हैं। सरकार युवाओं की आवाज को दबा रही है। जबकि युवाओं की मांग बिल्कुल जायज है। उनकी आवाज़ सुनी जानी चाहिए।
मोदीराज : हर 2 घंटे में 3 बेरोज़गार कर रहे आत्महत्या, हिंदू नहीं देश का युवा खतरे में है!
राहुल गांधी ने कहा कि क्या पीएम मोदी में इतनी हिम्मत है कि वह युवाओं को बता सकें कि आज देश की अर्थव्यस्था इतनी खराब क्यों है। उनमें इतनी हिम्मत नहीं है कि वह युवाओं के सामने खड़ा हो सकें। मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वह किसी भी यूनिवर्सिटी में छात्रों के सामने खड़े हों और बताएं कि वह देश के लिए क्या योजना बना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था और रोजगार की स्थिति को लेकर युवाओं में गुस्सा और डर है क्योंकि उन्हें अपना भविष्य नहीं दिखाई दे रहा है। सरकार का काम देश को रास्ता दिखाना है, लेकिन ये सरकार इसमें नाकाम है। इसलिए विश्वविद्यालयों, युवाओं और किसानों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
BJP की कमाई 135% बढ़कर हुई 2,410 करोड़, देश में मंदी है और बीजेपी के इनकम में तेज़ी, ऐसा क्यों ?
बता दें कि नागरिकता कानून को लेकर सरकार को चौतरफा विरोध का सामना करना पड़ रहा है। ये विरोध इस स्तर पर है कि बीजेपी के कई दिग्गजों समेत पीएम मोदी तक को अपने दौरे रद्द करने पड़ रहे हैं। हाल ही में विरोध के चलते पीएम मोदी को अपना असम दौरा रद्द करना पड़ा था।
इसी तरह देश के कई विश्वविद्यालयों में भी CAA के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन जारी हैं। इसी विरोध को देखते हुए राहुल गांधी ने पीएम मोदी को किसी भी विश्वविद्यालय जाकर छात्रों से बात करने की चुनौती दी है।