पुलवामा में दो साल पहले एक बड़ा आतंकी हमला हुआ था। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। ये हमला कैसे हुआ और हमले से पहले खुफिया एजेंसियां क्या कर रही थीं?

ऐसे कई सारे सवाल हैं जिनके जवाब अभी तक नहीं मिले हैं। कांग्रेस लगातार इन सवालों को उठाकर केंद्र की मोदी सरकार को घेरती रही है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पुलवामा हमले की दूसरी बरसी के बाद एक बार फिर इन सवालों को उठाया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कटघरे में खड़ा किया है।

उन्होंने पुलवामा हमले पर ‘फ्रंटलाइन’ पत्रिका की एक खबर का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री मोदी से पूछा कि जब खुफिया एजेंसी ने हमले के बारे में पहले बता दिया था तो फिर कोई एक्शन क्यों नहीं लिया गया?

राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि खुफिया विभाग की तरफ से पहले ही आतंकी हमले की जानकारी मिल गई थी।

इसके बावजूद प्रधानमंत्री मोदी ने कोई कदम नहीं उठाया। प्रधानमंत्री ने हमारे जवानों को पुलवामा में मरने के लिए छोड़ दिया और खुद फिल्म की शूटिंग में व्यस्त हो गए।

राहुल ने पूछा कि खुफिया विभाग के जिन इनपुट्स पर कार्रवाई करनी थी, आखिर उन्हें नजरअंदाज़ क्यों किया गया?

 

बता दें कि 14 फरवरी, 2019 में पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की ज़िम्मेदारी ली थी।

हमले में 40 से अधिक जवान शहीद हो गए थे और कई घायल हो गए। वहीं हमले वाले दिन प्रधानमंत्री मोदी डिस्कवरी चैनल के लिए बियर ग्रिल्स के साथ भारतीय जंगलों में शूटिंग कर रहे थे।

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