भारत में कोरोना संक्रमण की दोनों लहरों के दौरान तबाही का मंजर देखने को मिला है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान लोगों को अस्पतालों में इलाज के लिए जगह तक नहीं मिली।
अब सरकार द्वारा कई राज्यों में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। वही कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर भी दस्तक देने लगी है। केरल से कोरोना संक्रमण के एक दिन के अंदर चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं।
मोदी सरकार द्वारा दावा किया जा रहा है कि भारत में लोगों को वैक्सीन जोरों-शोरों से लगाई जा है। लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। कई राज्यों में वैक्सीन की भारी किल्लत चल रही है।
खास तौर पर गैर भाजपा शासित राज्यों द्वारा कई बार शिकायत की गई है कि उन्हें वैक्सीन की सप्प्लाई कम भेजी जा रही है।
इस मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि
‘कोरोना संक्रमण के मामलों की बढ़ती संख्या चिंताजनक है। अगली लहर में गंभीर परिणामों से बचने के लिए टीकाकरण को गति देनी चाहिए। कृपया अपना ख्याल रखें क्योंकि भारत सरकार बिक्री में व्यस्त है।’
Rising #COVID numbers are worrying. Vaccination must pick up pace to avoid serious outcomes in the next wave.
Please take care of yourselves because GOI is busy with sales.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 26, 2021
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ये टिप्पणी उस वक्त आई है जब मोदी सरकार निजीकरण में व्यस्त चल रही है। देश की सरकारी संपत्तियों को पूंजीपतियों के हाथों बेच कर सरकार अपने खजाने भरने में लगी है।
दरअसल हाल ही में मोदी सरकार द्वारा ऐलान किया गया है कि आने वाले वक्त में देश की सरकारी संपत्तियों को बेचकर या फिर लीज पर देकर सरकार पैसा जुटाएगी।
बताया जा रहा है कि देश की सरकारी संपत्तियों को बेचकर सरकार 60 खरब रुपए जुटाने की कोशिश कर रही है। सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले का सभी विपक्षी दलों द्वारा कड़ा विरोध किया जा रहा है।
विपक्षी दलों का कहना है कि यह सरकारी संपतियां किसी राजनीतिक दल के नहीं बल्कि देश की है। इन्हें कोई भी सरकार इस तरह से बेच नहीं सकती है।