भाजपा शासित हरियाणा में शनिवार को किसान प्रदर्शनकारियों पर हुई बर्बर कार्रवाई के लिए भाजपा सरकार की निंदा की जा रही है।
खुद को गरीब और किसान हितेषी बताने वाली भाजपा सरकार किसानों पर ऐसी शर्मनाक कार्रवाई करवाने के मामले में विपक्षी दलों के निशाने पर तो बनी ही हुई है। वहीँ अब आम जनता भी इसका कड़ा विरोध कर रही है।
इस मामले में भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भाजपा सरकार को तालिबानी विचारधारा वाली सरकार करार दिया है।
दरअसल इस वक़्त किसान नेता भाजपा शासित हिमाचल प्रदेश के दौरे पर हैं। जहाँ आज वह सोलन पहुंचे थे।
सोलन में किसानों से बातचीत के बाद उन्होंने भाजपा सरकार पर खूब जुबानी हमले बोले है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कई ऐसे क्षेत्र हैं। जहां कभी भी किसानों की फसल की खरीद कभी एमएसपी पर नहीं होती है। क्या इस क्षेत्र को दबा कुचला माना गया है।
इसलिए क्षेत्र में एमएसपी पर खरीद नहीं होती। या इस क्षेत्र में आंदोलन नहीं किए जाते हैं, इसलिए यहाँ किसानों को एमएसपी नहीं मिलता?
इस दौरान हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला द्वारा किसानों पर लाठीचार्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई किए जाने के सवाल पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि उन पुलिस अधिकारियों की पोस्टिंग की जानी चाहिए नक्सली क्षेत्र में। ऐसे अधिकारी की इसी तरह के क्षेत्रों में जरूरत है।
इसके अलावा किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हमें खालिस्तानी दिखाया जाता है। अगर मीडिया पर किसानों को खालिस्तानी बताया जाता है।
अगर हम खालिस्तानी हैं तो इस देश पर सरकारी तालिबानियों का कब्जा हो चुका है और उसका पहला कमांडर भी मिल चुका है।
दरअसल जब से किसान आंदोलन आंदोलन शुरू हुआ है। तब से देश के बिकाऊ मीडिया ने किसान प्रदर्शनकारियों की छवि खराब करने के लिए उन्हें खालिस्तानी बताते हुए लोगों को उनके खिलाफ भड़काने का काम किया है।