भारत में मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों का विरोध चलते हुए लगभग 7 महीने होने जा रहे हैं।
दिल्ली की सीमाओं पर धरना दे रहे किसान प्रदर्शनकारी तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने और एमएसपी पर कानून बनाए जाने की जिद पर अड़े हुए हैं। जिन्हें मोदी सरकार मानने को तैयार नहीं है।
इसी बीच भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता और किसान नेता राकेश टिकैत ने बड़ा बयान दिया है।
उन्होंने कहा है कि अगले साल होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में वे जनता से अपील करेंगे कि भारतीय जनता पार्टी को वोट ना दें।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि कुछ वक्त पहले हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को दवाई मिल चुकी है। जिसके चलते वह आराम में है।
इन्हे पूरा कोर्स कराया जाएगा। अगले 3 साल में पार्टी को पूरी तरह से आराम मिल जाएगा। यह सारी बातें राकेश टिकैत ने एनडीटीवी से बातचीत करते हुए कही है।
इस बातचीत के दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की हार का दावा किया है।
जैसे ही उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार प्रसार शुरू होगा। उसके बाद वह लोगों के बीच जाएंगे और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ पंचायत करेंगे।
राकेश टिकैत का कहना है कि वे उत्तर प्रदेश की जनता को समझाएंगे कि राज्य में बिजली के रेट ज्यादा किए गए हैं।
लेकिन ना तो गेहूं की खरीद बढ़ी है और ना ही गन्ने का रेट बढ़ाया गया है। ज्यादातर किसानों को अभी तक उनका भुगतान नहीं मिल पाया है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रचार में लोगों को यह बताया जाएगा कि किस तरह से राज्य में जब कोरोना महामारी फैली हुई थी। तो लोगों के लिए बेसिक मेडिकल सुविधाएं सरकार उपलब्ध नहीं करवा पाई।
जिसके चलते लोग अस्पतालों के बाहर ही तड़प तड़प कर मर गए। इसके साथ ही राकेश टिकैत ने यह भी कहा है कि 26 जून को देश के सभी राज्यों में गवर्नर हाउस के सामने प्रदर्शन किया जाएगा।