बिहार में नीतीश कुमार के शासन काल में शिक्षा और कानून व्यवस्था को लेकर विपक्षी दल उन्हें अक्सर घेरते रहे हैं।

बिहार देश के उन राज्यों में से एक है। जहां पर शिक्षा का स्तर काफी कम है। जिसके चलते बिहार की गिनती पिछड़े राज्यों में होती है।

अब राजद नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार की सरकार पर राज्य के अति पिछड़े वर्ग के छात्रों के साथ भेदभाव करने के आरोप लगाए हैं।

इस मामले में राजद नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर बोला है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि “मोदी सरकार क्यों नहीं चाहती कि पिछड़े वर्गों के छात्र डॉक्टर बने? आख़िर भाजपा को देश के 60% फ़ीसदी से अधिक आबादी वाले पिछड़े/अतिपिछड़ों से नफ़रत क्यों है?

नीतीश कुमार जैसे BJP के सहयोगी #NEET परीक्षा में पिछड़ों का आरक्षण ख़त्म करवाने पर क्यों तुले है? मोदी जी OBC से घृणा क्यों?

अपने ट्वीट में तेजस्वी यादव ने ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ अदर बैकवर्ड क्लासेस एम्पलाइज वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा दिए गए डेटा की एक तस्वीर शेयर की है।

जिसमें बताया गया है कि पोस्ट ग्रेजुएशन, अंडर ग्रेजुएशन मेडिकल और डेंटल कोर्स के एडमिशन में ओबीसी कोटा के जरिए 4 सालों में मात्र जीरो छात्रों की एडमिशन हुई है।

इससे पहले भी तेजस्वी यादव बिहार में शिक्षा व्यवस्था पर कई बार सवाल उठा चुके हैं। इसके साथ ही वह आरक्षण के मुद्दे पर भी नीतीश कुमार का विरोध करते आए हैं।

इसके अलावा तेजस्वी यादव का कहना है कि मोदी सरकार ने मेडिकल एंट्रेंस NEET के ऑल इंडिया कोटा में पिछड़ों का आरक्षण लागू किए बिना ही प्रवेश परीक्षा की घोषणा कर हज़ारों पिछड़े/अतिपिछड़े वर्गों की पीठ में ख़ंजर घोंपने का काम किया है।

भाजपा, आरएसएस और केंद्र सरकार, पिछड़े वर्गों के सभी हक़ों को छिन उन्हें हलाल कर रही है।

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